Site icon Dainik Savera Times | Hindi News Portal

पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक ने हमारे लिए क्या छोड़ा है?

4 फरवरी 2022 को पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक का भव्य उद्घाटन हुआ था। उस अवसर को बीते एक साल हो चुका है, लेकिन खेल के अद्भुत क्षण अभी भी समय-समय पर दिमाग में आते हैं। शीतकालीन ओलंपिक की भावना, बर्फ उद्योग और भावनात्मक अनुनाद, पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक ने हमारे लिए एक समृद्ध शीतकालीन ओलंपिक विरासत छोड़ी है। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक अब तक का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शीतकालीन ओलंपिक है, जो दुनिया को चीन की विश्वसनीय, प्यारी और सम्मानजनक छवि दिखा रहा है। उद्घाटन समारोह में चीनी तत्वों से समृद्ध चौबीस सौरावधियों की उलटी गिनती, शुभंकर“बिंगडुंडुन”का आकर्षण, प्रतियोगिता स्थल शोकांग स्की प्लेटफ़ॉर्म की पूरी दुनिया में लोकप्रियता, और स्वयंसेवकों की उत्कृष्ट सेवा इत्यादि, चीनी लोगों ने दुनिया को अपनी संस्कृति दिखाने के लिए नवीन तकनीक का उपयोग किया, दुनिया भर के आगंतुकों का हार्दिक सत्कार किया, और विश्व के सामने आत्मविश्वास से भरी चीन की छवि दिखायी।

“शीतकालीन उपकरण”“गर्म अर्थव्यवस्था” बन गए हैं, पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक ने चीन के बर्फ उद्योग को प्रज्वलित किया है। आंकड़ों के मुताबिक, 2015 से 2020 तक चीन के बर्फ उद्योग का कुल पैमाना 270 अरब युआन से बढ़कर 600 अरब युआन हो गया है। 2025 तक, चीन के बर्फ उद्योग का कुल पैमाना दस खरब युआन से अधिक के पैमाने तक पहुंचने की उम्मीद है, और बर्फ उद्योग चीन में एक नया आर्थिक विकास बिंदु बन रहा है। चीनी लोगों के लिए बर्फ के खेल मनोरंजक खेलों का एक नया रूप बन गए हैं। ओलंपिक भावना में दोस्ती चमकती है। प्रतिस्पर्धी खेलों में हमेशा प्रथम स्थान के लिए प्रयास करने के अलावा, अधिक महत्वपूर्ण मिशन प्यार और दोस्ती फैलाना है। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक में, चीनी और अमेरिकी कर्लिंग एथलीटों के बीच उपहारों की अदला-बदली, स्वर्ण पदक विजेताओं द्वारा रजत पदक विजेताओं को दी गई प्रेरणा, चीनी और जापानी खिलाड़ियों के बीच मैत्रीपूर्ण सेल्फी, इत्यादि।

एथलीटों के बीच दोस्ती, राष्ट्रीयता की परवाह किए बिना राजनीति से परे, और पहाड़ों व समुद्रों के पार, ओलंपिक दोस्ती के फूल को सींचती है। एक साल बीत चुका है। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक, जिसे एक बार अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाख ने बहुत सफल, बहुत संतोषजनक और बहुत सुरक्षित शब्दों के साथ सराहा था, जो अभी भी अविस्मरणीय है। आज, चीन को“शीतकालीन ओलंपिक विरासत” विरासत में मिली है, जो देश में बर्फ-खेल को मजबूत से बढ़ावा देता है और लोकप्रिय बनाता है, और ओलंपिक की रोशनी को चीन की भूमि पर खिलने और फलने की अनुमति भी देता है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

 

 

Exit mobile version