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सीआईसीपीआई के जरिए पूरी दुनिया चीन के विशाल बाजार का लाभ उठा सकती है

मार्च में बोआओ फोरम फॉर एशिया यानी बीएफए और चाइना डेवलपमेंट फोरम यानी सीडीएफ की बैठक के बाद चीन में हो रहा चाइना इंटरनेशनल कंज्यूमर एक्स्पो यानी सीआईसीपीई साल 2024 का ऐसा आयोजन है, जिसके जरिए चीन विदेशी निवेशकों को अपने विशाल बाजार में हिस्सेदारी की राह दिखाने की कोशिश कर रहा है। ऐसी प्रदर्शनियों और आयोजनों के जरिए चीन वैश्विक बाजार में अपनी आर्थिक नीतियों के खुलेपन को जहां प्रदर्शित कर रहा है, वहीं दुनिया के बड़े निवेशकों को लुभा रहा है।

चीन ने हाल में अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए प्रोडक्ट की खपत को बढ़ावा देने के लिए पूरे साल का अभियान चला रहा है। इस आयोजन को इसी कड़ी में रखा जा सकता है। ऐसे आयोजनों के जरिए चीन वैश्विक उपभोक्ता वस्तुओं के खरीदारों और विक्रेताओं को एक मंच लाकर कारोबार को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। सीआईसीपीई का चौथा आयोजन इस बार 13 अप्रैल से 18 अप्रैल तक किया गया है। जिसमें 71 देशों के 4,000 से अधिक ब्रांड शामिल हो रहे हैं। इस बार के आयोजन के लिए एक लाख 28,000 वर्ग मीटर क्षेत्र के इंडोर प्रदर्शन क्षेत्र में किया गया है। जिसका प्रमुख फोकस हरित और डिजिटल सुविधाओं को प्रदर्शित करना है। चीनी अधिकारियों को उम्मीद रही है कि इस एक्सपो में दुनियाभर से करीब 55,000 खरीदार और पेशेवर आएंगे। इस बार के आयोजन देश का प्रमुख मेहमान आयरलैंड है। जबकि उसका पड़ोसी ब्रिटेन , मंगोलिया और मलेशिया जैसे देश पहली बार प्रदर्शनी में भाग ले रहे हैं। इस आयोजन में आयरलैंड की 29 कंपनियां और संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जो 50 से अधिक आयरिश ब्रांडों के 200 से अधिक उत्पाद प्रस्तुत कर रहे हैं। इस आयोजन के जरिए आयरलैंड जहां चीन के बाजार में उम्मीद देख रहा है, वहीं चीन आयरलैंड में अपने उत्पादों को पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। वैसे दुनिया को चीन के उपभोक्ताओं से जुड़े आंकड़े लुभाने के लिए काफी है। चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार साल 2024 के पहले दो महीनों में चीन की उपभोक्ता वस्तुओं की कुल खुदरा बिक्री 8.13 ट्रिलियन युआन यानी 1.13 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई। ब्यूरो के मुताबिक, यह सालाना 5.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।

चौथे सीआईसीपीई के जरिए चीन जहां उपभोक्ता वस्तुओं की खपत बढ़ाने के साथ ही सतत विकास की नई राह भी तलाश रहा है। जिसके जरिए वह मुक्त व्यापार को बढ़ावा देने और इसके जरिए दुनियाभर से खुद को जोड़ने की कोशिश कर रहा है। इसके जरिए वह नवाचार पर भी जोर दे रहा है। इससे चीन को उम्मीद है कि साल 2024 में उपभोक्ता वस्तुओं की खपत में वैश्विक स्तर पर बढ़ोत्तरी होगी, जिसमें चीन की भागीदारी ज्यादा हो सकती है। 

आज दुनिया भर को कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी एआई जहां लुभा रही है, वहीं डरा भी रही है। लेकिन चीन अपने ऐसे आयोजनों के जरिए उपभोक्ता परिदश्य को यह संदेश देने की भी कोशिश कर रहा है कि वह एआई के जरिए उत्पादों को बेहतर बनाएगा, गुणवत्ता युक्त माहौल देगा और दुनिया के परिदृश्य को सकारात्मक ढंग से बदलेगा। 

(वरिष्ठ भारतीय पत्रकार—उमेश चतुर्वेदी)

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