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जलवायु परिवर्तन से निपटने में चीन के हरित परिवर्तन के योगदान पर केंद्रित है WTO की संगोष्ठी

 विश्व व्यापार संगठन 2024 सार्वजनिक मंच के दौरान, वैश्वीकरण थिंक टैंक ने 10 सितंबर को स्विट्जरलैंड के जेनेवा में “धीमी वैश्विक जलवायु परिवर्तन के लिए चीन के हरित परिवर्तन का उपयोग: परिप्रेक्ष्य, अवसर और चुनौतियां” शीर्षक वाली एक संगोष्ठी आयोजित की, जिसमें व्यापार नीति और जलवायु परिवर्तन प्रतिक्रिया के साथ-साथ इस क्षेत्र में चीन के सकारात्मक योगदान पर ध्यान केंद्रित किया गया।

   संगोष्ठी की अध्यक्षता वैश्वीकरण थिंक टैंक के निदेशक वांग ह्वेईयाओ ने की, चीन, अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका के प्रतिनिधियों ने प्रमुख मदुदे पर चर्चा की। संगोष्ठी को उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली, जिसमें डब्ल्यूटीओ सदस्यों, मीडिया और थिंक टैंक के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

  चीन के पूर्व उप वाणिज्य मंत्री और डब्ल्यूटीओ के पूर्व उप महानिदेशक यी श्याओज्वन ने संगोष्ठी में कहा कि चीन के नये ऊर्जा उद्योग ने वैश्विक उत्सर्जन कटौती में सकारात्मक योगदान दिया। 2022 में, चीन की पवन ऊर्जा और फोटोवोल्टिक उत्पादों ने अन्य देशों को कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को लगभग 57 करोड़ 30 लाख टन कम करने में मदद की, जिससे विभिन्न देशों में उपभोक्ताओं को अधिक किफायती नई ऊर्जा उत्पाद उपलब्ध हुए। इससे सम्बंधित देशों को मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने में मदद मिलती है।

   यूरोपीय संघ के जाने-माने जलवायु नीति विशेषज्ञ हर्वेरे फैब्री ने कहा कि यूरोप और चीन के बीच इलेक्ट्रिक वाहन घर्षण के बावजूद, नई ऊर्जा उद्योग श्रृंखला में चीन का निर्विवाद नेतृत्व स्थान है। यूरोपीय संघ को चीन के साथ संपर्क बनाए रखने, चीनी कंपनियों को यूरोप में निवेश करने के लिए आकर्षित करने और हरित विकास के अवसरों को साझा करने की आवश्यकता है।

   अमेरिका में पीटरसन अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र संस्थान के निदेशक एडम पोसेन ने यूरोप और चीन से सहयोग को मजबूत करने और उच्च-मानक द्विपक्षीय समझौतों को संपन्न करने का आह्वान किया।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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