चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 22 अक्तूबर की शाम को रूस के कज़ान शहर में लाओस की पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव, राष्ट्रपति थोंग्लौन सिसौलिथ के साथ मुलाकात की। इस मौके पर शी चिनफिंग ने कहा कि पिछले साल अक्तूबर में हमने चीन-लाओस व्यापक रणनीतिक सहयोग पर महत्वपूर्ण सहमति कायम की। पिछले एक साल में दोनों पार्टियों और दोनों देशों के विभिन्न विभागों ने सक्रियता से इसका कार्यान्वयन किया। इससे अंतःसंबधन, आर्थिक व व्यापारिक निवेश और सांस्कृतिक आदान-प्रदान आदि क्षेत्रों में सहयोग की व्यापक उपलब्धियां हासिल हुईं। चीन की पड़ोसी कूटनीति में चीन-लाओस संबंधों का विशेष और अहम स्थान है, जो हमेशा मानव जाति साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण में आगे हैं। चाहे अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में कितना भी परिवर्तन क्यों न आया हो, चीन हमेशा लाओस का विश्वसनीय दोस्त और साझेदार है। चीन उच्च गुणवत्ता वाले विकास से चतुर्मुखी रूप से चीनी शैली के आधुनिकीकरण बढ़ा रहा है, जबकि लाओस भी विकास और पुनरुत्थान के नये चरण में गुजर रहा है। चीन लाओस के साथ आपसी रणनीतिक विश्वास और व्यवहारिक सहयोग मजबूत करना चाहता है, ताकि चीन-लाओस साझे भविष्य वाले समुदाय का निर्माण बढ़ सके।
शी चिनफिंग ने आगे कहा कि चीन लाओस के साथ आदान-प्रदान व आपसी सीख बढ़ाना चाहता है और एक दूसरे के मूल हितों व बड़ी चिंता वाले मुद्दों पर दृढ़ता से समर्थन करेगा। दोनों पक्षों को चीन-लाओस यात्री ट्रेन के सहारे आर्थिक गलियारे का निर्माण बढ़ाना चाहिये, ताकि बेल्ट एंड रोड के समान निर्माण में सहयोग की आदर्श मिसाल कायम की जा सके। चीन लाओस से और अधिक श्रेष्ठ कृषि उत्पादों का आयात करना चाहता है और शिक्षा, संस्कृति व युवा आदि क्षेत्रों में लाओस के साथ सहयोग मजबूत करने को तैयार है। दोनों पक्षों को बहुपक्षीय समन्वय मजबूत कर अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता और व्यापक विकासशील देशों के हितों की रक्षा करनी होगी।
वहीं, थोंग्लौन सिसौलिथ ने कहा कि लाओस-चीन संबंध इतिहास में सबसे अच्छे चरण में गुजर रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच सहयोग लगातार बढ़ रहा है। चीन लंबे समय से लाओस का समर्थन करता रहता है। इससे लाओस का आर्थिक और सामाजिक विकास बढ़ाया गया। लाओस चीन के साथ यात्री ट्रेन और आर्थिक गलियारे का निर्माण बढ़ाने के साथ लाओस-चीन साझे भविष्य वाले समुदाय का निर्माण करना चाहता है। लाओस अविचल रूप से एक चीन की नीति पर कायम रहता है और राष्ट्रीय मूल हितों की रक्षा में चीन का समर्थन करता है। लाओस आसियान समेत बहुपक्षीय मंचों में सहयोग घनिष्ठ करने को तैयार है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)