Xi Jinping : चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 7 नवंबर को प्रथम विश्व क्लासिक्स सम्मेलन के लिए बधाई पत्र भेजा। यह सम्मेलन उस दिन चीन की राजधानी पेइचिंग में उद्घाटित हुआ, और 6 से 8 नवंबर तक चलेगा। सम्मेलन की थीम “शास्त्रीय सभ्यता और आधुनिक दुनिया” है, जिसका आयोजन चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी, चीनी शिक्षा मंत्रालय, चीनी संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय, ग्रीक संस्कृति मंत्रालय और ग्रीस के एथेंस विज्ञान अकादमी द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
अपने बधाई पत्र में शी ने कहा कि शास्त्रीय सभ्यता के सितारे चमक रहे हैं और भावी पीढ़ियों को लगातार पोषित और प्रबुद्ध कर रहे हैं। दो हज़ार साल पहले, चीन और ग्रीस की दो महान सभ्यताएं यूरेशियन महाद्वीप के दोनों छोर पर एक-दूसरे की पूरक थीं और उन्होंने मानव सभ्यता के विकास में मौलिक योगदान दिया था। चीन और ग्रीस ने संयुक्त रूप से पहला विश्व क्लासिक्स सम्मेलन आयोजित किया और एथेंस में चीनी शास्त्रीय सभ्यता संस्थान की स्थापना की। जिसने चीन और ग्रीस के बीच, और दुनिया भर के अन्य देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आपसी सीख के लिए एक नया मंच स्थापित किया।
शी जिनपिंग ने बल देते हुए कहा कि चीन सभ्यताओं की विरासत और विकास को बढ़ावा देने, अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूत करने, वैश्विक सभ्यताओं के बीच संवाद को बढ़ावा देने, विभिन्न सभ्यताओं से ज्ञान प्राप्त करने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने के लिए सक्रिय रूप से प्रतिबद्ध है। चीन सभी पक्षों के साथ मिलकर, वैश्विक सभ्यता पहल का कार्यान्वयन करना, हाथ मिलाकर मानव जाति के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों को हल करना, संयुक्त रूप से मानव सभ्यता के विकास और प्रगति को बढ़ावा देना चाहता है। उन्हें आशा है कि सम्मेलन में उपस्थित सभी विशेषज्ञ और विद्वान शास्त्रीय अनुसंधान के मिशन को अपनाते हुए सभ्यताओं की विरासत और विकास को बढ़ावा देने तथा सभ्यताओं के बीच आदान-प्रदान व आपसी सीख को बढ़ावा देने में अधिक योगदान देंगे।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)