चीनी और अमेरिकी सेनाओं के बीच संचार सिद्धांतों के बिना नहीं हो सकता

31 अगस्त को दोपहर के बाद चीनी रक्षा मंत्रालय ने नियमित संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। प्रवक्ता वू छ्येन ने चीन-अमेरिका सैन्य आदान-प्रदान के बारे में कई सैन्य-संबंधी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच सैन्य आदान-प्रदान रुकावट की स्थिति में नहीं है। लेकिन संचार सिद्धांतों के बिना नहीं हो.

31 अगस्त को दोपहर के बाद चीनी रक्षा मंत्रालय ने नियमित संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। प्रवक्ता वू छ्येन ने चीन-अमेरिका सैन्य आदान-प्रदान के बारे में कई सैन्य-संबंधी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच सैन्य आदान-प्रदान रुकावट की स्थिति में नहीं है। लेकिन संचार सिद्धांतों के बिना नहीं हो सकता।
इस वर्ष के शांगरी-ला डायलॉग के दौरान चीन और अमेरिका के रक्षा मंत्री द्विपक्षीय बैठक करने में विफल रहे।
इसकी चर्चा में वू छ्येन ने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच सैन्य आदान-प्रदान बाधित नहीं हुआ है, और दोनों पक्ष सैन्य-राजनयिक चैनलों के माध्यम से स्पष्ट और प्रभावी संचार बनाए रखे हुए हैं। पर उन्होंने बल देकर कहा कि वर्तमान में दोनों सेनाओं के संबंधों में वास्तव में कई कठिनाइयां और बाधाएं हैं, और यह स्थिति पूरी तरह से अमेरिकी पक्ष के कारण है।
यूएस इंडो-पैसिफिक मुख्यालय के डिप्टी कमांडर द्वारा चीन के बारे में हाल ही में की गई गलत टिप्पणियों के जवाब में, वू छ्येन ने कहा कि अमेरिकी पक्ष द्वारा की गई टिप्पणियां खलनायक के रूप में पहले शिकायत करने का एक विशिष्ट उदाहरण हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं, अमेरिकी सेना क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए मुसीबत का कारण है। लंबे समय से, अमेरिकी सेना ने चीन के हवाई और समुद्री क्षेत्रों में लगातार और बड़े पैमाने पर नजदीकी टोही और सैन्य उकसावे की कार्रवाई की है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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