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सीएस ने हर घर नल से जल के प्रमाणन के लिए जेजेएम पखवाड़ा शुरू किया

जम्मू: मुख्य सचिव डा.अरुण कुमार मेहता ने आज जेजेएम पखवाड़ा शुरू किया, जिसके दौरान वरिष्ठ स्तर के अधिकारी जल जीवन मिशन (जेजेएम) कार्यों की साइट का दौरा करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यूटी के प्रत्येक घर को जल नल से मिले। प्रमुख सचिव जल शक्ति, मिशन निदेशक, जेजेएम इस अवसर पर मुख्य अभियंता, पीएचई, कश्मीर/जम्मू और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। जम्मू स्थित अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि मिशन का उद्देश्य देश के हर घर में नल का पानी पहुंचाना है और यह जल्द ही जम्मूकश्मीर में साकार होने वाला है।

उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास मिशन के दिशानिर्देशों के अनुसार गुणवत्ता और मात्रा दोनों सुनिश्चित करते हुए लोगों तक पीने योग्य पानी पहुंचाना होना चाहिए। डा. मेहता ने भविष्य में इन योजनाओं को सफलतापूर्वक चलाने की क्षमता बढ़ाने के लिए इस पखवाड़े के दौरान पानी समितियों की सहायता पर भी जोर दिया। उन्होंने सलाह दी कि इन गांवों का दौरा करने वाले अधिकारियों को इन कार्यों का गहन निरीक्षण करना चाहिए और प्रत्येक योजना के बारे में पीआरआई और जनता से फीडबैक लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक योजना की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए उसका एक बारहमासी स्रोत होना चाहिए। इसके अलावा यह आने वाले कम से कम कुछ दशकों तक इन गांवों की आबादी की पीने के पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होना चाहिए। मुख्य सचिव ने मिशन के लक्ष्यों और उद्देश्यों के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए सूचनात्मक अभियान चलाने पर भी जोर दिया। इस पखवाड़े भर चलने वाले अभियान के बारे में जानकारी देते हुए जल शक्ति विभाग के प्रमुख सचिव शालीन काबरा ने बैठक में बताया कि दौरे पर आने वाले अधिकारी उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए चल रहे जेजेएम कार्यों का निरीक्षण करेंगे।

उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इन अधिकारियों के लिए100 प्रतिशत एफएचटीसी गांवों को हर घर जल गांव घोषित करने के लिए उनके बारे में अपनी रिपोर्ट देना अनिवार्य होगा। यह बताया गया कि जम्मू-कश्मीर इस वर्ष के अंत तक 100 प्रतिशत कार्यात्मक घरेलू नल कनैक्शन (एफएचटीसी) के लक्ष्य को प्राप्त करने की राह पर है। यह भी कहा गया कि इस अभियान के दौरान सभी गांवों में पर्याप्त संख्या में फील्ड टैस्टिंग किट (एफटीके) उपलब्ध कराए जाएंगे। इन योजनाओं के संचालन की निगरानी के लिए प्रत्येक गांव के लिए नोडल व्यक्तियों की पहचान के अलावा सभी जल आपूर्ति योजनाओं ओएचटी पर साइनेज लगाए जाएंगे।

बताया गया कि मानसून पूर्व जल गुणवत्ता परीक्षण के तहत शत-प्रतिशत प्रगति हासिल करना इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है। इसजेजेएम पखवाड़े के दौरान जो इस महीने की 15 तारीख को समाप्त होगा जेजेएम कार्यों पर गहन चर्चा करने के लिए विशेष ग्राम सभाएं बुलाई जाएंगी और लोगों को उन संपत्तियों के सफलतापूर्वक प्रबंधन के बारे में जागरूक किया जाएगा। इस योजना में 50,000 गैलन की भडारण क्षमता के साथ लगभग 9500 को पूरा करने की क्षमता है। जल आपूर्ति में रैपिड सैंड फिल्ट्रेशन प्लांट का एक घटक है जो जेजेएम के मानदंडों के अनुसार प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55 लीटर आबादी के लिए स्वच्छ और सुरिक्षत पेयजल सुनिश्चित करेगा।

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