पुंछ में युवकों की मौत के मामले की जांच से न्याय की उम्मीद: महबूबा मुफ्ती

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि पिछले साल दिसंबर में सेना की कथित पूछताछ में पुंछ के तीन युवकों की हुयी मौत के मामले की जांच से शोक संतप्त परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है। महबूबा आज यहां एक मीडिया रिपोर्ट पर.

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि पिछले साल दिसंबर में सेना की कथित पूछताछ में पुंछ के तीन युवकों की हुयी मौत के मामले की जांच से शोक संतप्त परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है। महबूबा आज यहां एक मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दे रही थीं जिसमें बताया गया था कि दिसंबर 2023 में तीन युवकों की मौत के मामले में सेना की आंतरिक जांच में विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों सहित सात से आठ कर्मियों के ‘आचरण’ में ‘गंभीर खामियां’ पाई गई हैं।

गौरतलब है कि पिछले साल 21 दिसंबर को पुंछ के सुरनकोट के बुफलियाज इलाके में एक घातक हमले में चार सैनिक मारे गए थे। हमले के कुछ ही घंटों के भीतर तीन युवकों – सफीर अहमद, मोहम्मद शौकत अली और शब्बीर अहमद, को सेना की ओर से पूछताछ के लिए अन्य लोगों के साथ उठाया गया था लेकिन अगले दिन तीनों मृत पाए गए। बड़े पैमाने पर आक्रोश के बाद सेना ने मौतों की जांच के आदेश दिए और एक अभूतपूर्व निर्णय में ब्रिगेड कमांडर और कमाडिंग ऑफिसर को भी हटा दिया।

मुफ्ती ने कहा कि पिछली जांचों में जहां सशस्त्र कर्मियों के दोषी होने की पुष्टि हुई थी, लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा,‘‘हमने देखा है कि कैसे झूठी मुठभेड़ों की पूछताछ और जांच ने हमेशा ऐसे मामलों में दोषी सशस्त्र कर्मियों की दोषीता की पुष्टि की है।’’ मुफ्ती ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दुर्भाग्य से पथरीबल, माछिल या शोपियां फर्जी मुठभेड़ हुई और किसी भी जांच के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। निर्दोष नागरिकों की नृशंस हत्या के लिए जिम्मेदार लोग बचकर निकल गए।’’ उन्होंने कहा,‘‘कोई केवल यह आशा कर सकता है कि बफलियाज के तीन युवकों की दुखद मौत की हालिया जांच से शोक संतप्त परिवारों को न्याय मिलेगा। जांच का आदेश देना उस दिशा में एक कदम है।’’

- विज्ञापन -

Latest News