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इजरायल विरोधी प्रदर्शन से पहले कई पीडीपी नेताओं को लिया गया हिरासत में

श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी के प्रस्तावित इजरायल विरोधी तथा फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन से पहले हिरासत में लिया गया या घर में नजरबंद कर दिया गया। पार्टी ने मंगलवार को इस आशय की जानकारी दी। इन गिरफ्तारियों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पीडीपी की मीडिया सलाहकार एवं पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को किसी न किसी बहाने चुनिंदा तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।

सुश्री इल्तिजा ने श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा,“हमने फिलिस्तीनी लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए आज एक विरोध कार्यक्रम की योजना बनाई थी, जिन्हें सामूहिक रूप से इज़राइल के हाथों निशाना बनाया जा रहा है। पिछली शाम से पार्टी महासचिवों, यहां तक ​​कि डीडीसी सदस्यों सहित कई नेताओं को घर में नजरबंद कर दिया गया है और कुछ को थानों में रखा गया है।”

उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 के बाद एक चिंताजनक पैटर्न सामने आया है, जहां पीडीपी पहले नयी दिल्ली में विभाजित हुई और अब जब पार्टी कोई राजनीतिक गतिविधि या शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना चाहती है, तो उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई या जा रहा है। उन्होंने कहा,“मैं स्थानीय प्रशासन से पूछना चाहती हूं कि वर्ष 2019 से आप लगातार पीडीपी पर कार्रवाई क्यों कर रहे हैं। आप हमें राष्ट्र-विरोधी भी कहते हैं और सच्चाई यह है कि हम बहुत शांतिपूर्ण तरीके से गतिविधियां चलाना चाहते हैं।”

सुश्री इल्तिजा ने कहा कि भारत भी शुरू से फिलिस्तीन मुद्दे के साथ खड़ा है और वे इस बात से हैरान हैं कि अधिकारियों ने उन्हें इजराइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति क्यों नहीं दी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा,“हमारा विरोध हमारे राष्ट्रीय हित के खिलाफ नहीं है। हम लोकतंत्र और शांति में विश्वास करते हैं। विरोध करना हमारा मौलिक अधिकार है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन हमसे यह लोकतांत्रिक अधिकार क्यों छीन रहा है।”

इससे पहले पीडीपी प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान वीरी एवं महासचिव गुलाम नबी लोन हंजुरा को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। पिछले हफ्ते सुश्री महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर में इजरायल के खिलाफ पार्टी के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। प्रशासन ने संभावित इजरायल विरोधी विरोध प्रदर्शन के डर से श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में पिछले दो शुक्रवार को होने वाली सामूहिक नमाज की भी अनुमति नहीं दी।

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