श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि ‘भारत’ और ‘इंडिया’ दोनों संविधान का हिस्सा हैं और व्यक्तियों को इनमें से किसी एक का उपयोग करने का अधिकार है। श्री अब्दुल्ला ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में एक बैठक के इतर मीडियाकर्मियों से कहा, “हम दोनों नामों का उपयोग कर रहे हैं। अगर आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाई जहाज देखें जिसमें वह आज इंडोनेशिया के लिए रवाना हो रहे हैं तो उस हवाई जहाज पर इंडिया और भारत दोनों लिखा हुआ है।”
उन्होंने कहा,“अगर प्रधानमंत्री किसी भी कारण से इंडिया नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं..तो ऐसा न करें। लेकिन कम से कम हमारी सहमति के बिना संविधान से नाम नहीं हटाया जाना चाहिए।” उन्होंने सवाल किया,“अगर आप वहां से इंडिया नाम हटाते हैं जहां से आप इसे हटाने जा रहे हैं…क्या भारतीय स्टेट बैंक का नाम बदल जाएगा, इसरो जिसने हाल ही में चंद्रमा पर चंद्रयान का सफल मिशन किया था, बदला जा रहा है…आईआईटी, आईआईएम…तो भारत के नाम पर कई संस्थाएं हैं और वे कितनों को बदलेंगे।”
उन्होंने कहा कि अगर सरकार को इस बात की चिंता है कि विपक्षी दल अपना नाम भारत रख रहे हैं.. तो हम अपना नाम बदल देंगे। उन्होंने कहा,“हम देश को संकट में नहीं डालना चाहते। हम यहां देश का खर्च बढ़ाने नहीं, बल्कि कम करने आये हैं।” नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष ने कहा,“अगर हमें थोड़ा भी संकेत मिलेगा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि विपक्षी गठबंधन ने भारत नाम चुना है, तो हम अपना नाम बदल देंगे , राष्ट्र का नाम बदलने की कोई जरूरत नहीं है।”