DoT takes Big Action: देश में तेजी से बढ़ते साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। 22 लाख व्हाट्सऐप अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया गया है, जिनका इस्तेमाल फर्जी कॉल और मैसेज भेजकर धोखाधड़ी करने के लिए किया जा रहा था।
बता दें कि यह कार्रवाई संचार साथी पोर्टल पर आम नागरिकों की ओर से की गई रिपोर्ट के आधार पर की गई है। DoT ने इस कदम को डिजिटल भारत को सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने की दिशा में अहम पहल बताया है।
साइबर ठगी पर सख्ती
DoT के आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) हैंडल से जारी जानकारी के मुताबिक, “22 लाख व्हाट्सऐप अकाउंट्स को ब्लॉक किया गया है, जो साइबर अपराध में संलिप्त थे।” इसके अलावा, 4.2 करोड़ मोबाइल नंबर पहले ही ब्लॉक किए जा चुके हैं। 27 लाख मोबाइल डिवाइसेज़ के IMEI नंबर भी ब्लैकलिस्ट कर दिए गए हैं, जिससे वे अब उपयोग के लायक नहीं रहे। यह कार्रवाई पूरे देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में की गई है।
साइबर ठगी पर रोकथाम!
‘संचार साथी’ की मदद से 22 लाख साइबर अपराधों से जुड़े व्हाट्सएप अकाउंट्स को ब्लॉक किया गया है। फर्जी अकाउंट्स, धोखाधड़ी और साइबर ठगों पर रोक लगाने का यह कदम, डिजिटल भारत को सुरक्षित और भरोसेमंद बना रहा है।#DigitalIndia #ScamAlert #DoT pic.twitter.com/n12LHMBt2t
— DoT India (@DoT_India) July 3, 2025
कैसे की गई कार्रवाई?
DoT द्वारा बताया गया कि संचार साथी पोर्टल पर लोगों ने फर्जी व्हाट्सऐप अकाउंट, कॉल और मैसेज की शिकायतें दर्ज की थीं। इन शिकायतों के आधार पर WhatsApp अकाउंट्स की जांच की गई, संदेहास्पद और धोखाधड़ी से जुड़े अकाउंट्स को सीधे ब्लॉक कर दिया गया। साथ ही, जिन मोबाइल फोन का इस्तेमाल बार-बार साइबर अपराध में किया गया, उनके IMEI नंबर ब्लैकलिस्ट कर दिए गए।
‘संचार साथी’ पोर्टल क्या है?
DoT का ‘संचार साथी पोर्टल’ एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो आम नागरिकों को साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज करने, अपने नाम से जारी मोबाइल कनेक्शन की जानकारी लेने और संदिग्ध कॉल या मैसेज रिपोर्ट करने की सुविधा देता है।
ऐसे करें साइबर क्राइम की रिपोर्ट
अगर आपको किसी संदिग्ध नंबर या व्हाट्सऐप से कॉल या मैसेज आया है, तो आप इस तरह शिकायत दर्ज कर सकते हैं:
1. संचार साथी पोर्टल या ऐप पर जाएं।
2. संदिग्ध नंबर या ईमेल आईडी दर्ज करें।
3. उस कॉल/मैसेज का स्क्रीनशॉट अपलोड करें।
4. जिस समय कॉल या मैसेज आया, वह भरें।
5. अपना मोबाइल नंबर, ईमेल दर्ज करके OTP से Verification करें।
6. इसके बाद आपकी शिकायत सफलतापूर्वक दर्ज हो जाएगी।