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महाकुम्भ में छाए IIT वाले बाबा, लाखों की नौकरी छोड़ अपनाया अध्यात्म, अब महादेव को समर्पित किया जीवन

Viral IIT Baba : इस बार का महाकुम्भ बेहद खास माना जा रहा है। जहां देश और विदेश के कई भक्त महाकुम्भ में शामिल हो रहे है। इस समय उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की भूमि महाकुम्भ के अद्भुद रंग में रंग चुकी है। हर तरफ खुशिया और एक तरफ अगर की प्रकार की चमक दिख रही है। महाकुम्भ की नगरी में अघोरियों, नागा बाबाओं और महिला संतों और भी बहुत से भक्त शामिल हो रहे है। वही महाकुम्भ से जुड़ी तस्वीरें आये दिन वायरल हो रही है। एक ऐसा ही बाबा इन दिनों सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जो IIT वाले बाबा के नाम से बहुत मशहूर हो रहे है। तो चलिए विस्तार से जानते है की आखिर कौन है ये और इस कारण बने बाबा…..

बाबा का असली नाम अभय सिंह

IIT बाबा का असली नाम अभय सिंह बताया जा रहा जो हरियाणा के रहने वाले हैं। मिली जानकारी के अनुसार अभय सिंह ने कई मीडिया इंटरव्यू में दावा किया है कि उन्होंने IIT बॉम्बे से इंजीनियरिंग की है। जहां उन्हें एक अच्छी कंपनी में नौकरी मिली और लाखों का पैकेज ऑफर हुआ। हालांकि उन्होंने ये नौकरी
कुछ दिनो के बाद ही छोड़ दी।

स्कूल के दिनों से था फोटोग्राफी का शौक

IIT बाबा ने बताया कि उन्हें स्कूल के दिनों में फोटोग्राफी का बहुत शौक था। जिसके लिए उन्होंने इंजीनियरिंग छोड़ दी और फिर ट्रैवल फोटोग्राफी का कोर्स किया। लेकिन इस दौरान उनकी ज़िंदगी को लेकर फिलॉसफी ही बदल गई। उनका मन इन प्रकार से किसी भी काम में नहीं लगता था। जिसके बाद उन्होंने कुछ समय के लिए अपना एक कोचिंग सेंटर भी खोला। जहां वो फिजिक्स पढ़ाया करते थे, लेकिन मन न लगने के कारण उन्होंने वो भी छोड़ दिया। दरअसल उनका मन अब आध्यात्म में लगने लगा था।

अभय सिंह: “मां बाप भगवान नहीं हैं. बल्कि भगवान ही भगवान है…

अभय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर की और जिसके नीचे लिखा कि “मां बाप भगवान नहीं हैं. बल्कि भगवान ही भगवान हैं. वैसे तो फिर सभी भगवान ही हैं। वही एक और पोस्ट शेयर कि और लिखा जिसे हम ईश्वर या विलक्षणता कहते हैं, अगर वह एकमात्र सत्य है और बाकी सब कुछ उसका अपवर्तक रूप है, तो आप खुद तय करिे कि मां बड़ी है या भगवान। मूल रूप से लोग मां के लिए भगवान शब्द का इस्तेमाल करते हैं। बिना यह जाने कि इसका क्या अर्थ है – अब यह देवी भी हो सकती है या विश्व माता भी हो सकती है, लेकिन मुद्दा यह है कि यह सत्य होना चाहिए। माया आधारित रचनाओं की उससे तुलना करना जो इन सबके लिए जिम्मेदार है, बिल्कुल बेवकूफी है।

महादेव को समर्पित कर दी अपनी पूरी जिंदगी

IIT बाबा ने कहा कि केवल महादेव की भक्ति में ही मेरा मन लग रहा मुझे आध्‍यात्‍म में मजा आ रहा है। मै विज्ञान से मदद से आध्यात्म को समझ रहा हूं. इसकी गहराइयों में जा रहा हूं। सब कुछ शिव है,सत्य ही शिव है और शिव ही सुंदर है।

कुछ तरह से पहुंचने महाकुंभ

अभय ने बताया कि वो सबसे पहले काशी में आकर बाबा सोमेश्वर पुरी से मिले थे जहां बाबा सोमेश्वर पुरी ने उन्हें कई बड़े अघोरियों और महात्माओं से मिलवाया। इतना ही नहीं उन्होंने डिपेंडेंस साधु जो 20, 30 साल से साधना कर रहे हैं उनसे भी मिलवाया।

इंजीनियर बाबा ने शेयर किया महाकुंभ का एक्सपीरिएंस

इंजीनियर बाबा यानि अभय सिंह ने महाकुंभ को अपना एक्सपीरिएंस शेयर किया ओर बताया कि उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है और मन को बहुत शांति मिल रहा है इस पावन संगम में डुबकी लगाकर वो मन की शांति की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने बताया की इससे पहले भी वो कई धार्मिक शहरों में भी रह चुके हैं। और इसी प्रकार से आध्यात्मिक सफर में आगे बढ़ना चाहते हैं।

सोशल पर पर अभी तक कुल इतने है फॉलोअर्स

वही अगर बाबा के सोशल मीडिया अकाउंट की बात करे तो इंस्टाग्राम पर अभय के 4342 फॉलोअर्स हैं जिसमे से 38 लोगों को बाबा ने फॉलो किया है। IITian बाबा के अकाउंट पर 645 पोस्ट और ये पोस्ट ज्यादातर ध्यान, योग, सूत्र, कालचक्र से जुड़े हुए हैं।

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