नई दिल्ली: कैंसर के उपचार में सर्जरी, रेडियोथेरेपी और दवा उपचार (जैसे किमोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी या कैंसर दवाएं) की सटीक टाइमिंग बेहतर परिणाम ला सकती है। एक रिसर्च में ये दावा किया गया है। जर्मनी के चैरिटे- यूनिवर्सटिैट्समेडिजिन बर्लनि के शोधकर्ताओं ने बताया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि मानव शरीर अपनी इंटर्नल क्लॉक द्वारा निर्धारित चक्र का पालन करता है, जिसे ‘सर्कैडियन लय’ भी कहा जाता है।
एक मरीज की इंटर्नल क्लॉक के अनुसार दवा शेड्यूल तैयार करने के लिए, टीम ने कैंसर के उपचार के सही समय को निर्धारित करने के लिए एक विधि विकसित की। कुछ स्तन कैंसर कोशिका रेखाओं पर आधारित इस विधि का वर्णन नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में किया गया है। मानव शरीर में इंटर्नल क्लॉक अलग-अगल शारीरिक कार्यों और प्रक्रियाओं, जैसे नींद और पाचन के लिए लय एक तय समय निर्धारित करती है।
इस तरह हम एक शेड्यूल को धीरे-धीरे अपना लेते हैं। शरीर की इंटर्नल क्लॉक पर निर्भर अंगों के अलावा, व्यक्तिगत कोशिकाएं भी इस चक्र का पालन करती हैं और दिन के अलग-अलग समय पर बाहरी प्रभावों पर अलग-अलग प्रतिक्रिया करती हैं। शोधकर्ताओं ने कहा, ‘कैंसर के इलाज के लिए दी जाने वाली कीमोथेरेपी के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है।‘
पिछले अध्ययनों से पता चला है कि कीमोथेरेपी तब सबसे ज्यादा प्रभावी होती है, जब ट्यूमर कोशिकाएं विभाजित हो रही होती हैं। हालांकि, इस खोज का आज तक ?उपचार में शायद ही कभी इस्तेमाल किया गया है। नए अध्ययन का उद्देश्य इस अंतर को कम करना है। उन्होंने ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर से शुरुआत की, जो कि स्तन कैंसर का एक अत्यधिक आक्रामक रूप है, जिसके कुछ ही प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं।
शोधकर्ताओं ने दिन के कुछ निश्चित समय की पहचान की है। जिसमें सुबह 8 से 10 बजे के बीच जब कैंसर कोशिकाएं कीमोथेरेपीटिक दवा 5-फ्लूरोयूरेसिल (5-एफयू) के प्रति सबसे अधिक प्रतिक्रियाशील होती हैं। टीम कुछ दवाओं के दैनिक प्रभावों के लिए महत्वपूर्ण जीन की भी पहचान कर सकती है। टीम ने कहा कि यह नया दृष्टिकोण अलग-अलग प्रकार के कैंसर के लिए व्यक्तिगत सर्कैडियन लय के आधार पर व्यक्तिगत उपचार करने में मदद कर सकता है।