नई दिल्ली: भले ही करेला स्वाद में कड़वा हो मगर क्या आप जानते है कि यह डायबिटीज के मरीजो के लिए बेहद ही फायदेमंद है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के साथ अपने खास गुणों से कई तरह के लाभ देता है। करेले का जूस पीने से होने वाले फायदों को जानने के लिए न्यूट्रिशनिस्ट अंशी राज महाजन से बात की।
न्यूट्रिशनिस्ट ने कहा, करेले के जूस में इंसुलिन जैसे गुण होते हैं जो डायबिटीज के मरीजों का शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद करते है। करेले में मौजूद कई तरह के कंपाउंड्स मरीज में इंसुलिन की तरह काम करते हैं। जो शुगर को कम करने के साथ मरीज को सेहतमंद बनाए रखते हैं।
उन्होंने आगे कहा, केरेले में मौजूद पोषक तत्व मरीज को कई तरह के लाभ तो देते ही हैं, साथ में यह भूख को भी कम करने का काम करता है, जो मरीज को बार-बार होने वाली क्रेविंग में काफी हद तक मदद करता है। यह टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों पर बेहतर तरीके से काम करता है।
न्यूट्रिशनिस्ट ने एक शोध का हवाला देते हुए कहा कि करेला ब्लड शुगर को तो कंट्रोल कर सकता है। मगर उसकी दवा की जगह नहीं ले सकता। इसमें मौजूद कुछ कंपाउंड्स जैसे पॉलीपेप्टाइड-पी (प्लांट इंसुलिन), ग्लाइकोसाइड, चरैन्टिन, कराविलोसाइड्स और विसीन ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
करेला अपने आप में विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, नियासिन (बी3)फोलेट (बी9), थियामिन (बी1),राइबोफ्लेविन (बी2), पोटैशियम, जिंक, फास्फोरस, मैग्नीशियम सही मात्रा में होता है। इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट ने कहा कि करेले के जूस के अलावा आप इसे कई तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसे आप सब्जी, जूस, अचार के रूप भी ले सकते हैं। अगर जूस की बात करें तो करेले के जूस के स्वाद को बेहतर बनाने के लिए आप इसे नींबू के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं। आप इसमें सेब का जूस और खीरा भी मिला सकते हैं, जिससे इसका कड़वापन थोड़ा कम होने के साथ इसका स्वाद भी बेहतर हो जाएगा।
आगे कहा, वैसे तो यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद ही फायदेमंद है मगर इसे भी सीमित मात्रा में ही लेना जरूरी है। अगर आप भी इसे शुरू करने जा रहे हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।