नई दिल्ली :- एक वैश्विक अध्ययन में कहा कि 2022 और 2050 के बीच विश्व भर में पुरुषों की जीवन प्रत्याशा में लगभग 5 वर्ष और महिलाओं की जीवन प्रत्याशा में चार वर्ष से अधिक सुधार होने का अनुमान है। अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि भारत में 2050 तक पुरुषों की जीवन प्रत्याशा औसतन 75 वर्ष से अधिक तथा महिलाओं के लिए यह लगभग 80 वर्ष हो सकती है। जीवन प्रत्याशा का अर्थ किसी व्यक्ति का औसत जीवनकाल होता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि उन देशों में सुधार सबसे अधिक होने की उम्मीद है जहां जीवन प्रत्याशा कम है, जिससे सभी भौगोलिक क्षेत्रों में जीवन प्रत्याशा में समग्र वृद्धि देखने को मिलेगी। अध्ययन के लेखकों ने कहा कि हृदय रोगों, कोविड-19 और अन्य संक्रामक रोगों, जच्चा-बच्चा तथा पोषण संबंधी बीमारियों से बचाव संबंधी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय जीवित रहने की दर में सुधार करने वाले कारक हैं और इनसे बड़े पैमाने पर विश्व स्तर पर जीवन प्रत्याशा में वृद्धि दिखेगी।