दिवाली का त्यौहार आने वाला है और अभी से ही हर घर में सफाई और साज-सजावट शुरू हो चुकी है। ऐसे में हर कोई चाहता है के उनका घर सबसे अधिक खूबसूरत और आकर्षक नजर आए इसलिए बहुत से टिप्स अपनाते हैं। लेकिन कई बार कुछ गलतियां ऐसी हो जाती हैं जिनकी वजह से घर की सुंदरता बढ़ने की बजाय घटने लगती हैं. ऐसे में हम आपको आज कुछ ऐसी गलतिओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका आपको जरूर ध्यान रखना चाहिए।
दीवार को फोटोज़ से भर देना: कुछ लोग दीवारों पर ज़रूरत से ज़्यादा फोटो सजा देते हैं। परिवार के साथ बिताए पल बहुत ख़ूबसूरत होते हैं, लेकिन पूरे दीवार को फोटोज़ से भर देना सही नहीं है। इससे बचने के लिए छह-आठ तस्वीरों का कोलाज बनाकर लिविंग रूम या बेडरूम में लगाएं।
ग़लत लैंपशेड का चुनाव: कभी-कभी हम लैंपशेड की डिज़ाइन और स्टाइल को देखकर इतने आकर्षित हो जाते हैं कि लिविंग रूम के साइज़ का ध्यान रखे बिना ही लैंपशेड चुन लेते हैं। इससे बचने के लिए डेकोर स्टाइल व साइज़ का ध्यान रखते हुए लैंपशेड चुनें।
आर्टिफिशियल फूलों का इस्तेमाल: घर को सजाने के लिए आर्टिफिशियल फूलों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। आर्टिफिशियल फूलों से सजावट हॉलिडे होम्स या बीच हाउसेस में ही अच्छी लगती है। यदि आप अपने घर में इनका इस्तेमाल करेंगी, तो ये किसी सस्ते सैलून का एहसास दिलाएंगे। यदि आप फूलों से घर सजाना चाहती हैं, तो थोड़े पैसे ख़र्च करें और ताज़े फूलों का इस्तेमाल करें।
ग़लत साइज़ के कालीन का प्रयोग: कालीन घर को सुंदर व भव्य दिखाने में मदद करते हैं, लेकिन छोटे कमरे में बहुत बड़ा कालीन इस्तेमाल करने से कमरा और छोटा दिख सकता है। अतः सिटिंग एरिया को ध्यान में रखते हुए कालीन का चुनाव करें, बाकी जगहों को अनकवर्ड रखें। इससे कमरा खुला-खुला व बड़ा दिखेगा।
मैचिंग रंगों का इस्तेमाल: यदि आप घर को कलर करवा रहे हैं, तो एक बात दिमाग़ में बैठा लें कि घर की सारी दीवारों पर मैचिंग कलर करवाने का ट्रेंड बीते ज़माने की बात है। इसलिए अलग-अलग हल्के रंगों के साथ प्रयोग करें। यदि आपको डार्क रंगों से विशेष प्यार हो, तो किसी एक दीवार पर इसका इस्तेमाल करें। रंगों को और मोहक बनाने के लिए फर्नीचर और परदे के फैब्रिक को दीवार के कलर्स के साथ कोऑर्डिनेट करें।
ऐंटीक चीज़ों का प्रदर्शन करने की आदत: हो सकता है कि होम डेकोर के लिए पुराने फर्नीचर्स और सजावटी वस्तुओं का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल आपको ख़ूब भाता हो, पर ये घर आनेवाले मेहमानों को भी पसंद आएं, यह ज़रूरी नहीं। आपके ज़िंदगीभर के कलेक्शन के प्रदर्शन से आपका घर अस्त-व्यस्त लग सकता है। अतः यदि आपके पास ऐंटीक चीज़ों का बहुत बड़ा ख़ज़ाना है, तो उनका प्रदर्शन स्मार्ट तरी़के से करें। लिविंग रूम को म्यूज़ियम बनाने की बजाय, घर की सजावट की थीम से मेल खाते शो पीसेस ही रखें। कुछ चीज़ों को रीडिज़ाइन करके भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।