इस विषय में पढ़ते ही आप समझ गए होंगे कि आत्मविश्वास का होना हमारे जीवन में कितना महत्त्व रखता है क्योंकि यदि आत्मविश्वास ही इंसान के पास नहीं होगा तो वह कोई भी काम नहीं कर सकता और कोशिश भी नहीं करेगा क्योंकि स्वयं में ही आत्मविश्वास नहीं है कि वह कोई काम कर सकता है। आपको ज्ञात होगा कि हम स्वतंत्र नहीं थे। परतंत्रता का जीवन व्यतीत कर रहे थे। उसी समय गांधी जी और उनके अन्य सहयोगियों की आवाज एक प्रकाश के रूप में हमारे सामने आई और उन्होंने आत्मविश्वास से भरपूर हो कर कहा कि हम स्वतंत्र अवश्य होंगे और आखिर आत्मविश्वास की ही जीत हुई। हमारे सामने ऐसे बहुत से उदाहरण हैं जिनसे हम कुछ सीख सकते हैं।
जिन्होंने एक बार बस ठान लिया कि हमें यह करना है तो बस वे उसी पथ पर आगे बढ़ते चले गए। यह जरूरी नहीं कि कुछ एक इंसान हैं जिन्हें ईश्वर ने इसी प्रकार बनाया है। ईश्वर ने सभी को बराबर मात्रा में सब कुछ प्रदान किया है। बस उसे समझने वाली आंखें और हमारा स्वयं का आत्मविश्वास होना जरूरी है जिसके सहारे ही हम आगे की सफलता की सीढ़ियां चढ़ेंगे। हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि ईश्वर के लिए हम सभी बराबर हैं। उसके लिए कोई छोटा या बड़ा नहीं होता, कोई गरीब या अमीर नहीं होता। उसके लिए सभी बच्चे बराबर हैं। इसलिए ईश्वर ने जो खूबियां हमें प्रदान की हैं, उन्हें हम पहचानें और अपने जीवन में ढेर सारी खुशियां लाएं। जिसने भी ये खुशियां अपने जीवन में धारण कर लीं, उसने सबसे बड़ी जंग जीत ली। इसका मतलब यह हुआ कि उसने अपने जीवन का जो सत्य था वह समझ लिया।