पैरों को साफ और स्वस्थ रखना भी उतना ही जरूरी है, जितना शरीर के किसी दूसरे अंग को। पैरों की साफ-सफाई एक निश्चित अंतराल पर होती रहनी चाहिए। इस के लिए आप नियमित साफसफाई के अलावा पैडिक्योर का सहारा भी ले सकती हैं।
ऐसे करें पैडिक्योर: पैडिक्योर करने से पहले नाखूनों पर लगी नेल पॉलिश को हटा दें। फिर टब या बालटी में कुनकुने पानी में अपना पसंदीदा साल्ट या क्रीम सोप डालें। अगर आप के पैरों की त्वचा ज्यादा रूखी है, तो उस में ऑलिव आयल भी डाल लें। साल्ट आप के पैरों की त्वचा को नरम बनाएगा, तो ऑलिव आयल उस के लिए माश्चराइजर का काम करेगा। पैरों का कम से कम 15 मिनट तक इस पानी में रखने के बाद बाहर निकाल कर बॉडी स्क्र बर से स्क्रब करें। स्क्र ब करने के बाद ठंडे पानी से पैरों को अच्छी तरह साफ कर लें। ध्यान रहे कि पैरों की उंगलियों के बीच में कहीं सोप बचा न रहे। अब पैरों पर कोल्ड क्रीम से हलकी मालिश करें। रूई की सहायता से उंगलियों के बीच फंसी क्रीम को साफ करें। अब पैरों के नाखूनों पर नेल पॉलिश का सिंगल कोट लगाएं और इसे सूखने दें। जब यह सूख जाए तो नेल पॉलिश से फाइनल टच दें।
तरीके से पैडिक्योर करने के लिए सब से ज्यादा जरूरी चीज है वक्त। जब भी आप पैराफिन वैक्स से पैडिक्योर करें, इसे कम से कम सवा घंटे का समय दें। पैराफिन वैक्स से पैडिक्योर करते समय सब से पहले अपने पैरों को पैराफिन वैक्स से साफ कर लें। इस के लिए पैराफिन वैक्स को पिघला कर एक मिट्टी की बड़ी कटोरी या बरतन में डाल लें। अब अपने पैरों को इस बरतन में डाल दें। यह काम करते वक्त इस बात का खयाल रखें कि वैक्स आप के पैरों के ऊपर बहे। इस के बाद पैडिक्योर की पहली प्रक्रि या की तरह पैरों को कुनकुने साफ पानी से धो कर क्रीम से इन की मसाज करें और नेल पॉलिश लगा लें।
कुछ काम की बातें: अगर आप पैरों के नाखून बड़े रखना चाहती हैं, तो जुराबें पहनते समय इस बात का ध्यान रखें कि नाखूनों पर नेल पॉलिश लगी हो। इस से उन के नरम हो कर टूटने का डर नहीं रहता, नेल पॉलिश उन्हें सहारा दे कर मजबूत बनाए रखती है।
धोने या पैडिक्योर ट्रीटमेंट लेने के बाद पैरों को बिना सुखाए जुराबें न पहनें। इस से इन्फैक्शन होने का खतरा बढ़ता है।
कभी भी पैरों को गरमी देने के लिए हीटिंग पैड का इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह आप के पैरों के लिए जरूरत से ज्यादा गरम साबित होने के साथ उन्हें नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
बाजार से पैरों के लिए जूते या चप्पल खरीदते समय खयाल रखें कि पंजों पर ज्यादा दबाव न पड़े। पंजों का रक्तप्रवाह किसी भी तरह से दुष्प्रभावित नहीं होना चाहिए।
पैरों को धोते समय कुनकुने पानी का इस्तेमाल करें। ज्यादा गरम पानी नुकसानदेह हो सकता है।
एड़ियो को फटने से बचाने के लिए मौश्चराइजर का इस्तेमाल करना अच्छा रहता है। मगर इसे उंगलियों के बीच में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इस से वहां फंगस लगने का डर रहता है।
अगर आप के पैरों में पसीना बहुत ज्यादा आता है, तो जूते पहनते समय एंटी फगस पाऊडर का इस्तेमाल करना न भूलें।