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किसी भी Career में होना चाहते है सफल तो फॉलो करें ये Tips

चाहिए, इसलिए सबसे पहले मन में लक्ष्य बना कर जीवन की बेहतरीन शुरुआत कीजिए। बिना लक्ष्य के मंजिल तक पहुंचना असंभव है।

 कड़ी मेहनत करें : बिना काम किए लक्ष्य हासिल करने की तमन्ना रखना मूर्खता है। इसलिए सदा कड़ी मेहनत को अपनी दिनचर्या का अंग बनाइए। चुपचाप बैठे रहकर फल की इच्छा रखना बेकार है। जब वन के राजा शेर तक को घूम-घूमकर अपना शिकार करना पड़ता है उसी प्रकार हमें भी कठोर परिश्रम के द्वारा घूम-फिरकर अच्छे अवसरों की तलाश करते रहना चाहिए क्योंकि कर्मों के वृक्ष को मेहनत के पसीने से सींचने पर ही उसका फल मीठा व स्वादिष्ट होता है। सो, भाग्य के भरोसे न बैठते हुए कर्म करते रहें, बेहतर होगा। वैसे भी सफलता प्राप्ति में कड़ी मेहनत और भाग्य में 7०:3० का अनुपात होता है इसीलिए मेहनत को स्वीकार करते हुए सफलता की सीढ़ियां चढ़ें।

स्वीकार करते हुए सफलता की सीढ़ियां चढ़ें। विचारों में दृढ़ता लाएं : किसी को भी सफलता अर्जित करने के लिए अपने विचारों में दृढ़ता लाना अति आवश्यक है क्योंकि दृढ़ विचार रखने वाले व्यक्ति को कोई अपनी कुर्सी से नहीं हिला सकता। यदि कोई कमजोर बच्चा भी दृढ़ हिम्मत कर ले कि वह परीक्षा में उत्तीर्ण होगा तो यकीन मानिए विपरीत परिस्थितियों के उपरांत भी वह सफल होगा। इसलिए इस रहस्य को मन में भली-भांति बैठा लें कि सफलता को पाने के लिए विचारों में दृढ़ता लाना बेहद जरूरी है वरना असफल होकर आप अपने सृष्टा की योजना को स्वयं ही बिगाड़ लेंगे। अंतत: अपनी शक्तियों पर भरोसा रखना बहुत ही जरूरी है तभी आप भविष्य में सफल हो पाएंगे।

मुस्कुराते रहें : कहते हैं कि व्यक्ति जीवन के आधे युद्ध को तभी जीत लेता है जब वह बुरे दौर में भी मुस्कुरा देता है। इस प्रकार मुस्कुराहट वह अचूक शस्त्र है जो बड़ी से बड़ी मुश्किलों को भी बड़ी आसानी से भेद सकता है। हमारी मुस्कान ही हमारी सफलता की एक बेहतरीन पहचान है इसलिए ईश्वर के इस वरदान का उसका आभार व्यक्त करते हुए सफलता की सीढ़ियां सदा मुस्कुराते हुए चढ़ते रहिए। निस्संदेह एक दिन अवश्य मंजिल तक पहुंच जाएंगे।

समय के महत्त्व को समझें : सफलता के रहस्यों में अब बारी आती है समय की। क्या आप जानते हैं कि हम अपना समय कैसे गुजारते हैं? औसतन खेलने में, सैर-सपाटे में, व्यर्थ की भागदौड़ में, खाने-पीने में या फिर मौज-मस्ती में। इस तरह हम अपने कभी न लौटने वाले अमूल्य समय को नष्ट कर देते हैं और बाद में असफलता का रोना दूसरे के सामने सुनाते फिरते हैं जबकि सफल व्यक्तियों पर एक दृष्टि डालें तो सहज ही मालूम पड़ जाता है कि उनकी सफलता के पीछे समय का पाबंद होना भी होता है क्योंकि वे समय को अपने धन के तुल्य ही दर्जा देते हैं, इसलिए जहां तक हो सके, समय को उचित कार्यों में लगाएं।

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