Site icon Dainik Savera Times | Hindi News Portal

ट्रॉमैटिक ब्रेन इंजरी से महिलाओं की तुलना में पुरुषों की मौतें तीन गुना अधिक : शोध

नई दिल्ली: एक शोध में यह बात सामने आई है कि पुरुषों में ट्रॉमैटिक ब्रेन इंजरी (टीबीआई) से मरने की आशंका महिलाओं की तुलना में तीन गुना अधिक है। 2021 में अमरीकी मृत्यु दर के आंकड़ों पर आधारित इस शोध से पता चलता है कि वृद्ध वयस्कों, पुरुषों और कुछ जातीय समूहों पर दर्दनाक ट्रॉमैटिक ब्रेन इंजरी (टीबीआई) का इनकंसिस्टेंट इफेक्ट पड़ता है। ब्रेन इंजरी नामक एक पीयर-रिव्यूड जर्नल में प्रकाशित निष्कर्षों से पता चलता है कि आत्महत्या टीबीआई से संबंधित मौतों का सबसे आम कारण बनी हुई है। इसके बाद अनजाने में गिरने की घटनाएं हैं। विशिष्ट समूह इन दुर्घटनाओं से असमान रूप से प्रभावित होते हैं।

पुरुषों में टीबीआई से मरने की संभावना महिलाओं की तुलना में तीन गुना अधिक (30.5 बनाम 9.4) पाई गई। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों में नैशनल सैंटर फॉर इंजरी प्रिवेंशन एंड कंट्रोल के प्रमुख लेखक एलेक्सिस पीटरसन ने कहा कि पुरुषों के अलावा बुजुर्ग भी रिस्क पर होते हैं। अचानक कहीं गिर जाने से भी लोग टीबीआई का शिकार होते हैं जिससे उनकी मौत हो जाती है। शोधकर्ताओं ने टीबीआई से होने वाली मौतों के पीछे के सभी कारणों का पता लगाया। उन्होंने कहा यह गिरने या मोटर वाहन दुर्घटना के बाद चोट की गंभीरता लिंग और उम्र पर निर्भर करती है।

दूसरी ओर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद का भी टीबीआई का असर पुरुषों की तुलना में कम रहा। पीटरसन ने उन समूहों तक पहुंचने के लिए अनुकूलित रोकथाम रणनीतियों का आह्वान किया जो अधिक जोखिम में हो सकते हैं। उन्होंने प्रारंभिक हस्तक्षेप और सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील देखभाल के माध्यम से टीबीआई से संबंधित मौतों को कम करने में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया। नैशनल वाइटल स्टैटिस्टिक्स सिस्टम के डेटा का उपयोग करते हुए नए वेिषण में 2021 के दौरान अमरीकी निवासियों में 69,473 टीबीआई संबंधी मौतें रिकॉर्ड की गईं।

Exit mobile version