नई दिल्ली : राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के WhatsApp-Meta के बीच आंकड़े साझा करने पर लगाए पांच साल के प्रतिबंध पर बृहस्पतिवार को रोक लगा दी। विज्ञापन उद्देश्य़ों के लिए आंकड़ा साझा करने के मामले में सीसीआई ने व्हाट्सएप और मेटा पर यह प्रतिबंध लगाया था। मेटा ने ‘‘भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के आदेश पर आंशिक रोक लगाने के एनसीएलएटी के निर्णय’’ का स्वागत किया और कहा कि वह आगे की कार्रवाई पर विचार करेगी।
एक निर्धारित समय-सीमा के भीतर कुछ व्यवहारिक उपायों को लागू करने के लिए भी कहा गया था
मेटा के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ हम आगे की कार्रवाई पर विचार करेंगे, हमारा ध्यान आगे का रास्ता तलाशने पर रहेगा जो उन लाखों व्यवसायों का समर्थन करेगा जो विकास व नवाचार के लिए हमारे मंच पर निर्भर हैं..।’’ सीसीआई ने नवंबर में व्हॉट्सएप गोपनीयता नीति ‘अपडेट’ के संबंध में अनुचित व्यावसायिक गतिविधियों के लिए सोशल मीडिया प्रमुख मेटा पर 213.14 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। मेटा प्लेटफॉर्म्स और व्हाट्सएप ने इस आदेश को एनसीएलएटी के समक्ष चुनौती दी थी, जो सीसीआई द्वारा पारित आदेशों पर अपीलीय प्राधिकार है। सीसीआई के 18 नवंबर 2024 के आदेश के अनुसार, मेटा और व्हॉट्सएप को प्रतिस्पर्धा-विरोधी मुद्दों के समाधान के लिए एक निर्धारित समय-सीमा के भीतर कुछ व्यवहारिक उपायों को लागू करने के लिए भी कहा गया था।