नई दिल्ली: 1970 से 2023 के बीच किए गए सभी शोधों की समीक्षा करने पर यह बात सामने आई है कि मीट की तुलना में पौधे आधारित मीट का विकल्प कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकता है और इससे ब्लड प्रैशर में भी फायदा हो सकता है। प्लांट बेस्ड मीट दरअसल अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद है जो पौधों से बनता है और यह आपके भोजन में मांस यानी कि मीट की जगह ले सकता है। हालांकि इन विकल्पों की सामग्री और पोषण संबंधी प्रोफाइल में पर्याप्त भिन्नता है। मगर कैनेडियन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में विस्तृत निष्कर्षो से पता चला है कि पोषण संबंधी प्रोफाइल हृदय के लिए स्वस्थ आहार पैटर्न को दिखाती है।
कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रमुख लेखक मैथ्यू नागरा ने कहा, ‘हाल के वर्षो में प्लांट बेस्ड मीट के विकल्प की बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और अधिक से अधिक लोग इसका आनंद ले रहे हैं। आश्चर्यजनक रूप से इस बारे में बहुत कम जानकारी है कि ये मांस विकल्प स्वास्थ्य और विशेष रूप से हृदय रोग के जोखिम को कैसे कम कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने इस विषय पर अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास किया। ताकि भविष्य में इसकी पहचान की जा सके। इससे नए शोधों को भी नई दिशा मिलेगी।’
शोधकर्ताओं ने पौधे आधारित मांस के विकल्प, उनकी सामग्री, पोषण संबंधी प्रोफाइल और कोलेस्ट्रॉल के स्तर और रक्तचाप जैसे हृदय रोग के जोखिम कारकों पर उनके प्रभाव जानने के लिए 1970 से 2023 तक प्रकाशित शोधों की समीक्षा की। उनके वेिषण से पता चलता है कि औसतन, पौधों पर आधारित मीट विकल्प में मांस की तुलना में हृदय के लिए अधिक स्वस्थ पोषक तत्व मौजूद होते हैं, हालांकि कुछ उत्पादों में सोडियम की उच्च मात्र चिंता का विषय हो सकती है।
हालांकि, ये विकल्प रक्तचाप नहीं बढ़ाते हैं, बल्कि कोलेस्ट्रॉल के स्तर सहित कुछ हृदय संबंधी जोखिम कारकों में सुधार करते हैं। शोधकर्ताओं ने कहा, ‘वर्तमान में दीर्घकालिक शोध का अभाव है जो यह मूल्यांकन करता हो कि ये विकल्प हृदयाघात या स्ट्रोक के विकास के जोखिम को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।’ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एहुद उर ने कहा, ‘जो लोग अपने मांस के सेवन को कम करना चाहते हैं, खासकर वह लोग जो रैड मीट खाते हैं, तो वह पौधे-आधारित विकल्पों के साथ अपने दिल के लिए स्वस्थ विकल्प चुन सकते हैं।’ उर ने कहा, ‘जो लोग पहले से ही अपने मांस के सेवन को सीमित करते हैं, उनके लिए विकल्पों को एक उत्कृष्ट प्रोटीन स्नेत के रूप में स्वस्थ आहार पैटर्न में शामिल किया जा सकता है।’