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कोल्ड ड्रिंक पीने के शौकीन जरूर पढ़ लें ये खबर, उड़ जाएंगे होश

कोल्ड ड्रिंक्स का तो आज कल हर कोई दीवाना है। बच्चों से लेकर बड़ों तक के लोगों को कोल्ड ड्रिंक्स पीना बहुत पसंद करते हैं। कोल्ड ड्रिंक अधिकतर गर्मियों में ही पिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं के ये सेहत के लिए काफी हानिकारक होती है। जितनी ये स्वादिष्ट होती है उससे कहीं ज्यादा ये सेहत को नुकसान पहुँचाने का काम करती है। आज हम आपको बताएंगे इससे होने वाले नुकसानों के बारे में –

शुगर बढ़ने का खतरा: जब आप खाना खाते हैं तो आप खाने में कार्बोहाइड्रेट्स और अन्य पोषक तत्वों का सेवन करते रहते हैं, लेकिन जब आप इसके साथ कोल्ड ड्रिंक पीते हैं तो ड्रिंक की शुगर भी आपके शरीर में जाती है और आपके शरीर में शुगर की मात्रा ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए खाने से साथ ये ना लें।

फैटी लीवर की समस्या: कोल्ड ड्रिंक के सेवन से आपको फैटी लीवर की समस्या भी हो सकती है। आपको बता दें कि कोल्ड ड्रिंक में दो तरह की शुगर पाई जाती है। ग्लूकोज और फ्रुक्टोज ग्लूकोस बॉडी में तुरंत अब्सॉर्ब और मेटाबोलाइज़ हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ फ्रुक्टोज केवल लिवर में जमा हो जाता है। ऐसे में आप अगर हर दिन कोल्ड ड्रिंक पी रहे हैं तो फ्रुक्टोज आप के लिवर में अतिरिक्त मात्रा में जमा हो जाएगा और लिवर पर असर डालेगा और इससे लिवर से जुड़ी समस्याएं पैदा होंगी।

हड्डियां हो सकती हैं कमजोर: सॉफ्ट ड्रिंक आपकी हड्डियों से कैल्शियम सोखने का काम करता है, जिससे हड्डियां कमजोर और भंगुर हो जाती हैं। सॉफ्ट ड्रिंक में फॉस्फोरिक एसिड मिला होता है जो कि एक अम्लीय होता है। ये हड्डियों से कैल्शियम सोख लेता है। कैफीन भी कैल्शियम सोखने का काम करती है जिससे हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है।

कैंसर का जोखिम: आश्चर्यजनक रूप से कुछ अध्ययन इस बात की तरफ भी इशारा करते हैं कि अधिक मात्रा में कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन की आदत कई ऐसी स्थितियों का भी कारण बन सकती है जो आपमें कैंसर के खतरे को बढ़ा देती है। 60,000 से अधिक वयस्कों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग प्रति सप्ताह 2 या इससे अधिक केन कोल्ड ड्रिंक्स पीते हैं, उनमें अग्नाशयी कैंसर विकसित होने की आशंका 87 फीसदी अधिक हो सकती है।

मोटापे का जोखिम: अधिक वजन किसी समस्या का कारण नहीं है, लेकिन इसकी वजह से हृदय और प्रतिरक्षा तंत्र पर दबाव पड़ने लगता है। जो बच्चे कोल्ड ड्रिंक को ज्यादा पीते हैं उनको मोटे होने का खतरा अधिक होता है। एक अध्ययन में पाया गया कि रोजाना कम कोल्ड ड्रिंक और सोफ्ट ड्रिंक पीने वाले मोटे बच्चों और किशोरों का वजन तेजी से कम हुआ।

पेट के लिए हानिकारक: कई सारी कोल्ड ड्रिंक्स में कार्बन डाई ऑक्साइड मौजूद रहती हैं, जो पेट में जाते ही गर्मी की वजह गैस में बदलने लगती है। यही कारण है कि कोल्ड ड्रिंक पीते ही कुछ लोगों को तुरंत डकार आती है। सॉफ्ट ड्रिंक में मौजूद यह कार्बन डाई ऑक्साइड पेट के लिए एक ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम करता है, जिसकी वजह से पेट में बनने वाले डाइजेस्टिव एंजाइम पर असर होता है। यही वजह है कि कई बार ज्यादा या रात के समय कोल्ड ड्रिंक पीने से सीने में जलन होने लगती है।

दिमाग पर पड़ता है बुरा असर: कोल्ड ड्रिंक्स में कैफीन भी होता है, जो एक तरह का एडिक्टिव कंपाउंड है। रिसर्च में पाया गया है कि कोल्ड ड्रिंक्स पीने के 5-10 मिनट के अंदर ही आपके शरीर में डोपामाइन का लेवल बढ़ जाता है। इस हार्मोन के कारण आपको थोड़ी देर खुशी महसूस होती है, जिसके कारण आप इसे और ज्यादा पीना चाहते हैं। मेडिकल न्यूज टुडे पर छपे एक लेख में इस नशीलेपन की तुलना हेरोइन के नशे से की गई है। इसलिए इसका असर आपके ब्रेन फंक्शन पर भी पड़ता है।

दांत खराब होने की परेशानी: सॉफ्ट ड्रिंक आपके दांतों के लिए बहुत नुकसानदायक है। सोडा में फॉस्फोरिक एसिड और कार्बोनिक एसिड होता है जो लंबे समय में दांतों के इनेमल को खराब कर सकता है। चीनी के साथ एसिड आपके मुंह में बैक्टीरिया को पनपने के लिए सही वातावरण तैयार करता है, जिससे कैविटी हो सकती है।

गाउट की समस्या: गाउट वह परिस्थिति है, जब शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड जमा हो जाता है। इससे जोड़ों में सूजन और जलन होने लगती है। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक विश्लेषण के मुताबिक एक शुगर ड्रिंक रोज पीने से गाउट का खतरा काफी बढ़ जाता है।

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