Maharashtra Crime : महाराष्ट्र के पालघर जिले में 38 वर्षीय एक विवाहित महिला ने अपने प्रेमी के साथ नया जीवन शुरू करने के इरादे से अपने तीन माह के भांजे को अगवा कर यह दिखाने की कोशिश की वह बच्चा महिला और उसके प्रेमी का है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, महिला बच्चे को बिहार के नालंदा ले गई थी जहां से पुलिस ने उसे बचाया और महिला को रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
मांडवी पुलिस थाना के निरीक्षक संजय हजारे ने बताया कि महिला 18 फरवरी की दोपहर पालघर के वसई इलाके के मांडवी से अपनी भाभी के बेटे को घुमाने के बहाने ले गई और फरार हो गई। जब परिजनों को बच्चा नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसके आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 137(2) (अपहरण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके बाद मांडवी पुलिस ने तकनीकी निगरानी और खुफिया सूचनाओं की मदद से महिला की तलाश शुरू की। जांच में पता चला कि वह बिहार के नालंदा में है।
गांव में कुछ घरों पर छापेमारी
पुलिस टीम नालंदा पहुंची और वहां की संभागीय खुफिया इकाई (डीआईयू) की मदद ली। मांडवी पुलिस ने नालंदा डीआईयू और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर बिहार-झारखंड सीमा के पास मीरनगर स्थित सूर्यचक गांव में कुछ घरों पर छापेमारी की और महिला को बच्चे के साथ एक घर में पाया। बच्चे को बचाकर उसके परिवार को सौंप दिया गया और महिला को रविवार को मांडवी लाया गया। महिला ने बताया कि वह शादीशुदा है और उसके तीन बच्चे हैं, लेकिन वह बिहार में अपने प्रेमी के साथ नया जीवन शुरू करना चाहती थी।
पुलिस के अनुसार, महिला ने अपने प्रेमी को यह नहीं बताया था कि वह पहले से विवाहित है और उसके बच्चे हैं। उसने खुद को अविवाहित और गर्भवती होने का दिखावा किया और अपनी भाभी के बेटे को अगवा कर प्रेमी को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि बच्चा उनका है। महिला ने वीडियो कॉल पर भी अपने प्रेमी को बच्चे को दिखाया ताकि उसे अपने झूठे दावे पर यकीन दिला सके। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला की योजना प्रेमी के साथ घर बसाने की थी और बच्चे को वह अपने नए जीवन की शुरुआत के प्रमाण के रूप में पेश करना चाहती थी। मामले की जांच जारी है।