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कहीं DJ की धुन पर डांस, कहीं गाए जा रहे पारंपरिक गीत… देशभर में धूमधाम से मनाई गई होली

नेशनल  डेस्क : होली का त्योहार पूरे देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। हर कोई रंगों में सराबोर होकर मस्ती और खुशियों के साथ यह पर्व मना रहा था। होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह प्रेम, एकता और भाईचारे का प्रतीक भी है। इस दिन लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूलकर.

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नेशनल  डेस्क : होली का त्योहार पूरे देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। हर कोई रंगों में सराबोर होकर मस्ती और खुशियों के साथ यह पर्व मना रहा था। होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह प्रेम, एकता और भाईचारे का प्रतीक भी है। इस दिन लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूलकर एक-दूसरे के साथ रंग खेलते हैं और खुशियों का आनंद लेते हैं। होली का त्योहार हमें यह सिखाता है कि जीवन में कठिनाईयों के बाद खुशियां आनी चाहिए और हमें एक-दूसरे के साथ प्यार से पेश आना चाहिए। इसी बीच आज हम होली से जुड़ी कुछ बाते जानेंगे साथ ही साथ कुछ तस्वीरें भी देखेंगे।

सामाजिक मेलजोल, एकता और भाईचारे का पर्व…

आपको बता दें कि उत्तर भारत में 14 मार्च को होली मनाई गई थी, जबकि पूर्वी भारत के क्षेत्रों में जैसे पूर्वांचल, बिहार और झारखंड में यह पर्व 15 मार्च को मनाया गया। खासकर बिहार में होली चैत्र प्रतिपदा के दिन मनाई जाती है, जो इस बार 14 मार्च को दिन के 12:26 बजे शुरू हुई थी। इसके बाद, उदया तिथि के अनुसार बिहार में 15 मार्च को होली मनाई गई। बनारस में होली 14 मार्च को मनाई गई, लेकिन बिहार में इसे एक दिन बाद मनाने की परंपरा है, जो खासियत इस राज्य की है। यहां होली का पर्व खास तौर पर सामाजिक मेलजोल, एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने वाला होता है।

होली का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

होली का त्योहार हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे रंगों का त्योहार भी कहा जाता है, और यह वसंत ऋतु के आगमन के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग होलिका दहन करते हैं, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन को लेकर एक पुरानी हिंदू कथा है, जिसमें होलिका (राक्षसी) का जलना और प्रह्लाद की भगवान विष्णु के प्रति भक्ति की कहानी शामिल है। इस दिन होलिका दहन के साथ बुराई और नफरत को नष्ट करने का प्रतीकात्मक रूप से स्वागत किया जाता है।

होली के दौरान परंपराएं

होली की रात में लोग होलिका दहन करते हैं, जिसमें बड़े पैमाने पर आग जलाकर बुराई और नफरत को जलाने का प्रतीक माना जाता है। अगले दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर खुशी मनाते हैं और गुलाल उड़ाते हैं। यह दिन संगठित मिलन और समाज में भाईचारे को बढ़ावा देने का है।  होली के दौरान लोग होली के पारंपरिक गीत गाते हैं और ढोल-नगाड़े बजाते हैं। यह गीत मस्ती और जोश से भरे होते हैं, जो वातावरण को और भी रंगीन बना देते हैं।

होली के दिन गुलाब जामुन, गुझिया, पापड़ी, और ठंडाई जैसे स्वादिष्ट पकवान बनते हैं। खासतौर पर ठंडाई में कभी-कभी भांग भी मिलाई जाती है, जिसे खासकर होली के समय पिया जाता है। यह एक पारंपरिक और खास पेय है, जिसे लोग आनंद के साथ लेते हैं। होली एक ऐसा त्योहार है जो हमें अपनी खुशियों को साझा करने, एक दूसरे के साथ मेल-मिलाप करने और सभी भेदभावों को भुलाकर एकता और भाईचारे का संदेश देता है। यह पर्व न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति की खुशबू फैलाने का एक अवसर होता है। रंगों, गीतों और स्वादिष्ट पकवानों से भरा यह त्योहार हर किसी के जीवन में खुशियां लेकर आता है।

 

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