नई दिल्ली : राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, विदेश मंत्रालय और ट्यूनीशिया में भारतीय दूतावास के संयुक्त प्रयास से लीबिया में पिछले 2 महीने से फंसे 12 भारतीय कामगारों को बचाा लिया गया है। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने लीबिया में फंसे सभी भारतीयों के निकासी की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एनएमसी लगातार अल्पसंख्यकों के लिए काम करती है ताकि उन पर कोई अत्याचार न हो। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग विदेश मंत्री के साथ लगातार चर्चा कर रहा है ताकि भारत के बाहर रहने वाले अल्पसंख्यकों को कोई भी समस्या न हो।
इकबाल सिंह नेबताया कि यह घटना फरवरी में सामने आई थी कि कुछ लोगों को अवैध तरीके से भारत से दुबई और फिर लीबिया ले जाया गया है। जैसे ही एनएमसी को स्थिति के बारे में पता चला, उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर को इस बात की जानकारी दी, क्योंकि भारत का लीबिया में दूतावास नहीं है। उन्होंने बताया कि फंसे हुए भारतीय घायल हो गए हैं और वे भोजन या पानी की कमी का भी सामना कर रहे हैं। एनसीएम के अध्यक्ष ने बताया कि लीबिया में फंसे सभी भारतीयों में से सबसे पहले 4 लोगों को बचाया गया और वे 13 फरवरी को अपने घर पहुंचे, जबकि 8 वहीं फंसे हुए थे और उनके पास न पैसा था और न ही संसाधन।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 2 मार्च को बाकी 8 लोग भी भारत वापस आ गए हैं। उन्होंने विदेश मंत्री को धन्यवाद दिया और विदेशों में रहने वाले भारतीयों को संदेश दिया कि अगर उन्हें कोई कठिनाई हो रही है, तो विदेश मंत्रालय उनकी मदद के लिए है। उन्होंने पंजाब सरकार से उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी मांग की जिन्होंने उन्हें इस स्थिति में डाला है।