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बाबा बागेश्वर के बयान से नहीं बदला जा सकता संविधान, भाजपा अब बाबाओं के सहारे : तारिक अनवर

कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद तारिक अनवर ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Baba Bageshwar) द्वारा हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग, नीतीश कुमार द्वारा भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद का पैर छूने और आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति पर टिप्पणी की। पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर सवाल किए जाने पर तारिक अनवर ने कहा, यह बाबा बागेश्वर की अपनी राय हो सकती है, लेकिन जो संविधान सभा में बहुत चिंतन और मंथन के बाद संविधान बनाया गया है, वह एक व्यक्ति के बयान से बदलने वाला नहीं है।

हमारे देश का संविधान जो विचारशीलता और बहस के बाद तैयार हुआ, उसे किसी के बयान से बदला नहीं जा सकता। चुनाव के समय इस प्रकार के बयान दिए जाते हैं, ताकि माहौल को बिगाड़ा जा सके। चुनाव आ रहे हैं और इस समय इस तरह की बातें करना सामान्य हो जाता है। मगर सवाल यह है कि संविधान ने हमें जो दिशा दी है, वह कभी भी किसी व्यक्ति के बयान से बदलने वाली नहीं है। बिहार में बाबाओं के दौरे पर तारिक अनवर ने कहा, अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने काम और संगठन पर विश्वास नहीं रहा, इसलिए वह अब बाबाओं का सहारा ले रही है। यह दिखाता है कि उनकी स्थिति कमजोर हो चुकी है और उन्हें अब ऐसी बाहरी शक्तियों का सहारा लेना पड़ रहा है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद का पैर छूने को लेकर पूछे जाने पर सांसद ने कहा, नीतीश कुमार ने पहले भी कई बार इस तरह का काम किया है, और यह सभी को पता है कि वह बीमारी से ग्रस्त हैं। ऐसे मामलों में कुछ भी प्रतिक्रिया देने से पहले हमें उनके स्वास्थ्य और स्थिति को समझना चाहिए। 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति पर बात करते हुए तारिक अनवर ने कहा, हम सभी को एक साथ मिलकर चुनाव में उतरने की उम्मीद है। हम पिछली बार की कसर को दूर करेंगे और इस बार मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। इंडिया गठबंधन की सरकार यहां बनेगी।

इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर भी तारिक अनवर ने स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हमेशा बड़ी पार्टी के पास ही मुख्यमंत्री बनने का अधिकार होता है। जो पार्टी ज्यादा विधायक जीतेगी, वही अपने विधायक दल के नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी। लोकतंत्र में यह प्रक्रिया स्वाभाविक रूप से होती है।

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