नई दिल्ली: अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में बुधवार को दलित और बहुजन संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद पंजाब में बेअसर रहा। पंजाब के नवांशहर, अबोहर में बाजार खुले रहे। जालंधर में दलित संगठनों ने रोष प्रदर्शन किया। लुधियाना, पटियाला, अमृतसर, ब¨ठडा और होशियारपुर जैसे प्रमुख शहरों में बंद का आह्वान बेअसर रहा। हालांकि, बंद को देखते हुए एहतियात के तौर पर पंजाब के कई जिलों में स्कूल-कालेजों में छुट्टियां घोषित कर दी गई थीं। राज्य भर में दुकानें सामान्य रूप से खुली रही, सड़क यातायात भी सामान्य रूप से चलता रहा।
बिहार के पटना में बंद का काफी असर रहा। राज्य की राजधानी पटना में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, वहीं प्रदर्शनकारियों ने आरा, दरभंगा और मधुबनी में ट्रेन को रोककर प्रदर्शन किया। पटना में प्रदर्शनकारियों को शांत कराने पहुंचे एसडीएम पर ही कुछ पुलिस के सिपाहियों ने लाठियां बरसा दी। इस कारण थोड़ी देर के लिए पुलिस और प्रशासन के बीच असहज स्थिति उत्पन्न हो गई। एसडीएम पर लाठी भांजते जब सीनियर पुलिस अफसर ने देखा तो जवानों को उनसे अलग किया। इसके बाद एसडीएम साहब भी तमतमा गए। फिर जवानों ने एसडीएम से माफी मांगी और कहा कि गलती से हो गया सर। इस घटना की वीडियो काफी वायरल हो रही है। जिस एसडीएम पर लाठियां बरसाई गईं, उनकी पहचान पटना एसडीएम श्रीकांत कुंडली खंड के रूप में की गई है।
बिहार के जहानाबाद में इसका असर सुबह से ही दिखाई देने लगा। यहां के प्रमुख मार्गों, विशेषकर पटना-गया राष्ट्रीय मार्ग के ऊंटा मोड़ के पास बड़ी संख्या में बंद समर्थकों ने सड़क को जाम कर दिया। इस जाम की वजह से वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं, जिससे आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भारत बंद समर्थकों ने सरकार से मांग की है कि उच्चतम न्यायालय के फैसले को एक अध्यादेश के माध्यम से रद्द किया जाए। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में भारत बंद का असर अपेक्षाकृत कम देखा गया। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भारत बंद का समर्थन नहीं किया, जिसमें छोटे व्यापारी और अन्य व्यावसायिक संगठन शामिल हैं।
चैंबर ने बताया कि व्यापारिक संगठनों की बिना पूर्व सूचना के समर्थन न देने की परंपरा है, जिसके कारण कवर्धा में भारत बंद का प्रभाव सीमित रहा। रायपुर में बंद की वजह से कई स्कूलों में छुट्टियां दे दी गई हैं। इसके अलावा झारखंड के चाईबासा में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन के साथ अनुसूचित जाति और जनजाति संगठनों ने बाजारों को बंद करा दिया और वाहनों का परिचालन ठप्प कर दिया। उत्तर प्रदेश के हरदोई में भारत बंद का असर नहीं दिखा। रोजाना की तरह दुकानें खुली रहीं। अमरोहा में बंद समर्थकों ने हाथों में नीला झंडा और तिरंगा लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। राजस्थान के जयपुर समेत 16 जिलों में स्कूल बंद रहे। भरतपुर में एहतियातन इंटरनैट बंद रहा। अलवर में प्रदर्शनकारियों ने धरने लगाकर बसों को रोका।