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Bihar : महापर्व छठ के लिए सजा बाजार, लोगों ने शुरू की खरीददारी

पटनाः चार दिवसीय सूर्योपासना का महापर्व छठ की शुरुआत 17 नवंबर नहाय खाय के साथ शुरू हो रही है। छठ को लेकर बाजारों की रौनक बढ़ गई है। लोग छठ को लेकर खरीददारी कर रहे हैं। फिलहाल सूप और दउरा के साथ मिट्टी के चूल्हे के अस्थाई दुकानों पर लोग पहुंच रहे हैं। पटना में सड़कों के किनारे छठ से संबंधित दुकानें खुल गई हैं। बाजारों में पूजन सामग्रिया भी पहुंच गई हैं। सड़कों के किनारे दर्जनों की संख्या में नारियल की दुकान खुल गई है। फल कारोबारी भी आशान्वित हैं। बाजार पूरी तरह छठमय हो गया है।

लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर चारो तरफ सक्रियता बढ़ गई है। प्रशासन छठ घाटों को पूजा करने लायक बनाने के लिए प्रयासरत है तो आम जन जोर शोर से तैयारी में जुटे हैं। जिन लोगों को गांव में जाकर छठ करना है वे यहीं से बांस के बने सूप और दउरा खरीद रहे हैं। पटना के आर ब्लॉक चौराहा में छठ से संबंधित चीजों की कई दुकानें हैं। सूप और दउरा के कई अस्थाई दुकान खुल गए हैं। बताया जाता है कि सूप और दउरा की कीमतों में इस साल पिछले साल की तुलना में इजाफा हुआ है। सूप जहां 140 से 170 रुपए जोड़ा बिक रहा है वहीं दउरा की कीमत उसके आकार और बनावट के आधार पर तय है। दउरा 150 से लेकर 250 तक बाजार में उपलब्ध है। मिट्टी के चूल्हे की कीमतों में भी वृद्धि देखी जा रही है।

पटना के बेली रोड, आर ब्लॉक चौराहा, वीरचंद रोड पर मिट्टी के चूल्हे की दुकान सजी है। मिट्टी चूल्हा बनाने वाली शबनम खातून बताती हैं कि इस साल चूल्हे की कीमत 100 से 160 रुपए तक है। आम की लकड़ी भी बाजार में उपलब्ध हैं। अभी हालांकि फलों के दुकानों में भीड़ नहीं देखी जा रही है। फल के दुकानदारों की मानें तो छठ पर्व को लेकर फलों की बिक्री नहाय खाय के दिन से शुरू होती है और अस्ताचलगामी सूर्य के अघ्र्य के दिन यानी पहले अघ्र्य के दिन तक होती है। सबसे अधिक बिक्री खरना के दिन होती है। इस साल 17 नवंबर (शुक्रवार) को जहां नहाय खाय से महापर्व छठ की शुरुआत होगी वहीं शनिवार को व्रती खरना करेंगे। रविवार को व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य देंगे तो सोमवार को उदयगामी सूर्य को अघ्र्य दिया जाएगा।

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