नई दिल्लीः दिल्ली की आप सरकार के बाद अब भाजपा ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर भी शराब घोटाले का आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ-साथ राहुल गांधी और सोनिया गांधी से भी इस भ्रष्टाचार पर जवाब मांगा है। इसके साथ ही भाजपा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इसकी जिम्मेदारी लेकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की भी मांग की है। भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केके शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए यह आरोप लगाया कि मार्च 2023 में ईडी ने छत्तीसगढ़,दिल्ली और पश्चिम बंगाल में लगभग 35 स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया था और उसमें कई लोगों की गिरफ्तारियां हुईं और कई लोगों के बयान लिए गए थे, उसमें जो तथ्य सामने आए थे, उन तथ्यों से छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले का पर्दाफाश हो गया है। शर्मा ने कांग्रेस और भ्रष्टाचार को एक दूसरे का पर्याय बताते हुए आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि का यह शराब घोटाला किया है।
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आगे बताया कि ईडी की जांच में जो तथ्य सामने आएं थे उससे यह स्पष्ट हुआ कि इसका मुख्य सरगना अनवर ढेबर था, जिसकी बाद में गिरफ्तारी भी हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि अनवर ढेबर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं रायपुर के मेयर का बड़ा भाई है और राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का करीबी माना जाता है। उसे राज्य के कई टॉप ब्यूरोक्रेट्स और राजनेताओं का भी सरंक्षण भी मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि ईडी की जांच से यह सच्चाई सामने आ गई है कि पिछले चार वर्षों के कांग्रेस के शासनकाल में राज्य में हुए इस घोटाले में राज्य के कई बड़े राजनेता और कई टॉप ब्यूरोक्रेट्स भी शामिल हैं।
सीएम बघेल पर सीधा निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता ने पूछा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि उनका और अनवर ढेबर का रिश्ता क्या कहलाता है? एक सरकारी आबकारी विभाग उनकी नाक के नीचे घोटालेबाजों के कब्जे में कैसे चला गया और मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी कैसे नहीं हुई? क्या यह राज्य सरकार के सरंक्षण के बिना संभव है? शराब की सरकारी दुकानों से अवैध, नकली और कच्ची देसी शराबों की बिक्री क्यों और किसके दबाव में होने दी गई? भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि इस भ्रष्टाचार से कमाए गए अवैध पैसे का बड़ा हिस्सा अनवर ढेबर ने अपने राजनीतिक आकाओं तक पहुंचाया। उन्होंने कांग्रेस पर छत्तीसगढ़ को एटीएम की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि इस एटीएम का कार्ड किसके पास है?