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BJP ने Congress के दावों की खोली पोल, NDA के कार्यकाल में पैदा हुई 17.9 करोड़ नौकरियां

BJP Exposes Congress Claims

BJP Exposes Congress Claims

BJP Exposes Congress Claims : बीजेपी ने कांग्रेस के उन दावों का खंडन किया है, जिसमें ये दावा किया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में देश में पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा नहीं हुए हैं। बीजेपी ने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के कार्यकाल में एक दशक में केवल 2.9 करोड़ नौकरियां पैदा हुई थी। वहीं, एनडीए के शासनकाल में 17.9 करोड़ रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं, जिसमें से 4.6 करोड़ नौकरियां अकेले वित्त वर्ष 2023-24 में पैदा हुई हैं।

बीजेपी ने राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि यूपीए के शासनकाल में बेरोजगारी 4.7 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। वहीं, मोदी सरकार में बेरोजगारी की दर 2017-18 में 5.3 प्रतिशत से घटकर 2023-24 में 3.2 प्रतिशत हो गई है। वहीं, आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के आधार पर बताया गया कि मोदी सरकार में ग्रामीण बेरोजगारी दर में भी कमी आई है।

बीजेपी ने कहा कि महिला श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) 2017-18 में 23.3 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 37 प्रतिशत हो गई है। इसे 89.8 लाख लखपति दीदियों और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से भी समर्थन मिला है, जिसने महिलाओं को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम 1 लाख रुपए की वार्षिक घरेलू आय प्राप्त करने का साधन प्रदान किया है।

बीजेपी ने स्टार्टअप इकोसिस्टम में हुए विकास के बारे में बताते हुए कहा कि देश में 2013 में केवल 452 मान्यता प्राप्त स्टार्टअप थे। 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 1.59 लाख हो गई है और इससे प्रत्यक्ष तौर पर 17.2 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है। बीजेपी ने कहा कि अकेले नवंबर 2024 में 14.63 लाख नए सदस्य ईपीएफओ से जुड़े हैं, जो दिखाता है कि देश में औपचारिक क्षेत्र बढ़ रहा है।

बीजेपी ने कहा कि स्किल इंडिया के तहत 14 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है और अब पीएम इंटर्नशिप योजना 2025 के तहत अतिरिक्त 1 करोड़ छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा। ये इंटर्नशिप भारत की शीर्ष 500 कंपनियों द्वारा दी जा रही है। भाजपा ने फैक्टशीट में कहा कि इन्फ्रास्ट्रर पर खर्च किए गए प्रत्येक 1 करोड़ रुपए से अकुशल, अर्ध-कुशल और कुशल क्षेत्रों में 200-250 मेन-ईयर्स का रोजगार पैदा होता है।

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