Youtuber Dhruv Rathee पर बीजेपी नेता सुरेश नखुआ ने किया केस, दिल्ली कोर्ट ने भेजा समन

Dhruv Rathi Defamation Case: YouTuber ध्रुव राठी (Dhruv Rathi) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। दिल्ली की साकेत कोर्ट ने ध्रुव राठी को नोटिस जारी किया है। यू ट्यूबर को कोर्ट ने बीजेपी नेता सुरेश नखुआ (Suresh Nakhua) की ओर से दायर मानहानि मामले ( Dhruv Rathi Defamation Case) में समन जारी किया है। साकेत कोर्ट.

Dhruv Rathi Defamation Case: YouTuber ध्रुव राठी (Dhruv Rathi) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। दिल्ली की साकेत कोर्ट ने ध्रुव राठी को नोटिस जारी किया है। यू ट्यूबर को कोर्ट ने बीजेपी नेता सुरेश नखुआ (Suresh Nakhua) की ओर से दायर मानहानि मामले ( Dhruv Rathi Defamation Case) में समन जारी किया है। साकेत कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 8 अगस्त को होगी।

क्यों मिला ध्रुव राठी को नोटिस?
साकेत कोर्ट के जिला न्यायाधीश गुंजन गुप्ता ने 19 जुलाई को यह आदेश पारित किया। अदालत ने नखुआ (Suresh Nakhua) की अंतरिम राहत याचिका पर भी ध्रुव राठी (Dhruv Rathi) को नोटिस जारी किया और मामले की अगली सुनवाई 6 अगस्त को तय की है। बीजेपी नेता सुरेश करमशी नखुआ ने ध्रुव राठी पर आरोप लगाया कि ध्रुव राठी ने मुझे  ‘हिंसक और अपमानजनक ट्रोल’ कहा है। नखुआ का कहना है कि यह आरोप बिना किसी ‘तर्क या कारण’ के लगाए गए हैं। ऐसी टिप्णियां मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए हैं।’

क्या है असल विवाद?
बीजेपी के मुंबई इकाई के प्रवक्ता नखुआ ने आरोप लगाया कि ध्रुव राठी (Dhruv Rathi) ने 7 जुलाई 2024 को अपने YouTube चैनल पर “माय रिप्लाई टू गोदी यूट्यूबर्स | एलविश यादव | ध्रुव राठी’ (My Reply To Godi Youtubers | Elvish Yadav | Dhruv Rathee) शीर्षक से एक वीडियो अपलोड किया था। इस वीडियो में मुझे ‘हिंसक और अपमानजनक ट्रोल’ के रूप में बताया गया था। नखुआ के वकील राघव अवस्थी और मुकेश शर्मा ने अदालत में उनकी ओर से पेश होकर बताया कि राठी की टिप्पणियां उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए गए हैं।

साकेत कोर्ट का आदेश
बार & बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, साकेत कोर्ट (Saket Court) ने 19 जुलाई को राठी को समन जारी किया। यह मामला जिला न्यायाधीश गुंजन गुप्ता द्वारा सुना गया। बीजेपी नेता (BJP Leader) सुरेश नकुवा (Suresh Nakhua) ने ध्रुव राठी को झूठा बताते हुए आरोप लगाया कि राठी ने उन्हें ‘हिंसक और अपमानजनक ट्रोल’ कहा, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।

ध्रुव राठी कौन हैं?
ध्रुव राठी (Dhruv Rathi) एक फेमस यू ट्यूबर (Famous YouTuber) हैं। ध्रुव राठी  के YouTube पर 23 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। ध्रुव राठी सामाजिक, राजनीतिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर वीडियो बनाते हैं। उनके वीडियो अक्सर वायरल होते हैं। ध्रुव अपने इन वीडियो के लिए खबरों में रहते हैं। ध्रुव राठी अपने वीडियो में अक्सर सरकार और बीजेपी पर निशाना साधते हैं।

ध्रुव राठी बीजेपी के विरोध में बनाते हैं वीडियो
ध्रुव राठी के बीजेपी के खिलाफ कई वीडियो सामने आ चुके हैं। इन वीडियो में राठी बीजेपी पर तरह-तरह के आरोप लगाते नजर आते हैं। इनमें से एक वीडियो का टाइटल ‘BJP IT Cell Part II’ था। इस  वीडियो में उन्होंने बीजेपी पर कई आरोप लगाए थे। हालांकि, इसके बाद ध्रुव राठी के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोगों ने कैंपेन शुरू कर दिया। उनके वीडियो पर रोक लगाने की मांग की। हो हल्ला मचने के बाद कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने यह वीडियो डाउन कर लिया था। ध्रुव राठी ने अपने यू ट्यूब चैनल पर अपलोड वीडियो को प्राइवेट कर दिया। इस वीडियो को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी शेयर किया था

बीजेपी के खिलाफ वीडियो बनाकर मोटी कमाई कर रहे ध्रुव
ध्रुव राठी चूंकि अपने वीडियो में बीजेपी के खिलाफ आरोप लगाते हैं, ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स का मानना है कि ध्रुव राठी एक फ्री इंफ्लयूएंसर नहीं रहे। उन्होंने एक के बाद एक कई ऐसे वीडियो बनाए  है जिसे पॉलिटिकल मोटिव से बनाया गया बताया गया है। इन वीडियो को लेकर भले ही सोशल मीडिया पर भारी हंगामा मचा हो, लेकिन इससे ध्रुव को मोटी कमाई हुई है। ‘BJP IT Cell Part II’ वाले वीडियो को 10 मिलियन व्यू मिले थे। सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि ध्रुव आजकल ऐसे वीडियो सिर्फ ज्यादा व्यू पाकर मोटी कमाई करने के लिए बना रहे हैं।

पॉलिटकल टूल बन गए सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर?
सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि ध्रुव राठी की ओर से बनाए जा रहे बीजेपी और सरकार विरोधी ट्वीट को कई विपक्षी पार्टियों की ओर से पॉलिटकल टूल (Political tool)की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। दरअसल, जब भी ध्रुव का कोई नया विवादित वीडियो आता है, तो आम तौर पर  सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X और दूसरे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर विपक्षी पार्टियों के नाम और सिम्बल का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स ओवर एक्टिव नजर आते हैं। ज्यादातर ऐसे ही X हैंडल्स के वीडियो शेयर किए जाते हैं। इसके साथ ही यह बहस छिड़ गई है कि क्या विपक्षी पार्टियां अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए कंटेंट क्रिएटर्स (Content Creators) और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर (Social Media Influencer) का पॉलिटकल टूल की तरह इस्तेमाल कर रही हैं।

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