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आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कारगर साबित हो रहा है ‘सी-विजिल’ एप

राजस्थान: विधानसभा आम चुनाव-2023 में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बनाए ‘सी विजिल’ एप शिकायतों के समाधान का बेहतरीन जरिया बनता जा रहा है। एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का तुरंत समाधान किया जा रहा है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि विधानसभा आम चुनाव 2023 में यह एप खासा मददगार साबित हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के लागू होने के महज 48 घंटे में प्रदेश भर से 500 से ज्यादा शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से रिटर्निंग ऑफिसर्स ने 134 शिकायतों को सही पाया और उनका तय समय सीमा में निस्तारण किया गया। 115 शिकायतें रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा खारिज की गई, जबकि 6 शिकायतें अभी जांच दलों और रिटर्निंग ऑफिसर्स के द्वारा निर्णय के लिए लंबित हैं। शेष 242 शिकायतों को जिला नियंत्रण कक्ष की टीम ने अपने स्तर पर खारिज कर दी।

गुप्ता ने कहा कि सी—विजिल पर आदर्श आचार संहिता की सबसे ज्यादा शिकायतें 79 जयपुर जिले से प्राप्त हुईं। और सबसे ज्यादा कार्यवाही भी जयपुर जिले के रिटर्निंग आफिसर्स ने की यहां 37 शिकायतों का निस्तारण किया गया। उन्होंने बताया कि इस एप के माध्यम से अधिकतम सौ मिनट की समय सीमा में प्राप्त शिकायतों का समाधान किया जा सकता है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अब तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर पर्याप्त सबूतों के अभाव में कड़ी कार्रवाई से बच जाते थे। शिकायत के सत्यापन में तस्वीर या वीडियो के रूप में दस्तावेजी साक्ष्य की कमी भी बाधा थी। नया एप इन सभी खाइयों को पाटने का काम कर रहा है।

कैसे काम करता है सी-विजिल—

‘सी-विजिल’ किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है। आमजन इस एप का इस्तेमाल करके कदाचार की घटना की जानकारी भेज सकता है। सौ मिनट की समय सीमा में अधिकारीगण समस्या का निस्तारण करेंगे। इस एप की सबसे खास बात यह है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाने का भी विकल्प है। कोई भी व्यक्ति एन्ड्रॉयड आधारित ‘सी-विजिल’ एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है।

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