नेशनल डेस्क : ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index) एक अंतर्राष्ट्रीय संकेतक है जो भूखमरी और भोजन सुरक्षा की स्थिति को मापने के लिए उपयोग में आता है। यह इंडेक्स एक मूल्यांकन का हिस्सा है जिसे जर्मनी के वर्ल्ड हंगर इंडेक्स (Welt Hunger Hilfe) संगठन, द्वितीय संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNDP), और आईएफपी इंटरनेशनल (IFPRI) के सहयोग से तैयार किया जाता है। इस इंडेक्स का मुख्य उद्देश्य है भूखमरी की दशा को समझने और सुधारने के लिए राजनीतिक और सामाजिक प्राधिकृतियों को प्रोत्साहित करना है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स के माध्यम से, विश्व भर में भूखमरी की स्थिति को जानने का प्रयास किया जाता है और देशों को उनकी भोजन सुरक्षा को सुधारने के लिए नेतृत्व करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स ने नया संस्करण जारी कर दिया है। साल 2023 की ग्लोबल हंगर इंडेक्स की लिस्ट 12 अक्टूबर को जारी की गई। इस बार के इंडेक्स में भारत की स्थिति साल भर पहले की तुलना में और खराब हो गई है। पिछले साल भारत इस इंडेक्स में 107वें स्थान पर था। ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2023 में भारत को 125 देशों की सूची में 111वें स्थान पर रखा गया है। भारत को 28.7 ग्लोबल हंगर इंडेक्स स्कोर के साथ भुखमरी के मामले में गंभीर स्थिति वाला देश बताया गया है।
आपकी यह जान कर हैरानी होगी कि इस इंडेक्स में भारत के पड़ोसी देशों की स्थिति उससे बेहतर दिखाई गई है। हंगर इंडेक्स की लिस्ट में पाकिस्तान की रैंकिंग 102, बांग्लादेश की 81, नेपाल की 69 और श्रीलंका की 60 है। देखा जाए तो पूरे दक्षिण एशिया में भारत सिर्फ अफगानिस्तान से ऊपर है। तालिबान शासित अफगानिस्तान सूची में 114वें स्थान पर है।
इंडेक्स के जारी होते ही नई बहस और नए विवाद की शुरुआत हो गई है। भारत सरकार ने जारी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। भारत सरकार का कहना है कि इंडेक्स को तैयार करने के लिए जिन पैमानों पर हंगर यानी भूख को कैलकुलेट किया गया है, वह भारत की वास्तविक स्थिति नहीं बता पाता है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का आरोप है कि इंडेक्स के साथ मेथडोलॉजी की गंभीर दिक्कतें हैं। मंत्रालय ने ये भी आरोप लगाया है कि इंडेक्स को दुर्भावनापूर्ण नीयत के साथ तैयार किया गया है।