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चौहान ने लाड़ली बहना योजना की बढ़ी हुई राशि रूपए 1250 की किस्त जारी की

मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुरहानपुर महिला सम्मेलन में एक करोड़ 31 लाख लाड़ली बहनों के खातों में सिंगल क्लिक से 1597 करोड़ रूपए अंतरित किए। इस माह बहनों को बढ़ी हुई राशि के रूप में 1250 रूपए की किस्त जारी की गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहनें शासन-प्रशासन की गतिविधियों में भाग लें, इसी उद्देश्य से नगरीय निकायों और पंचायतों के चुनावों में महिला आरक्षण की व्यवस्था की गई। पुलिस में बेटियों की 30 प्रतिशत भर्ती आरंभ की गई, इसे बढ़ाकर 35 प्रतिशत किया जाएगा। पुलिस में बड़ी संख्या में बेटियों के आने से बहन-बेटियों की सुनवाई अधिक संवदेनशीलता से हो रही है। मैं बेटियों को बोझ नहीं वरदान बनाने और बहनों को मजबूर नहीं मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। मुझे बहनों की आँखों के आंसू पोंछने, उन पर हो रहे अत्याचार और अन्याय समाप्त करने के लिए ही भगवान ने धरती पर भेजा है। हमने प्रदेश में तय किया कि जो भी मासूम बेटियों के साथ दुराचार करेगा, उसे फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने बुरहानपुर जिले में 182 करोड़ 72 लाख रूपए की लागत से बने 26 कार्यों का लोकार्पण तथा 219 करोड़ 60 लाख रूपए की लागत के 19 कार्यों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री चौहान ने हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण भी किया। लोकार्पण के अंतर्गत मुख्यमंत्री चौहान ने 68 करोड़ 21 लाख की लागत से बने असीर-धूलकोट-घाटाखेड़ी मार्ग, 38 करोड़ 82 लाख की लागत से नेपानगर रेलवे क्रासिंग पर बने ओव्हर ब्रिज, 50 सीटर डिग्री कॉलेज भवन धूलकोट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नेपानगर, शाही किला बुरहानपुर में लाईट एंड साउंड प्रोग्राम की व्यवस्था तथा अन्य कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने 145 करोड़ की पांगरी मध्यम सिंचाई परियोजना, 23 करोड़ की इंदौर-इच्छापुर मार्ग पर स्थित 13.80 किलोमीटर लंबे नेपाफाटा से नेपानगर मार्ग निर्माण सहित अन्य कार्यों का भूमिपूजन भी किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना, बहनों के आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास को बढ़ाने के लिए आरंभ की गई है। बहनें योजना में मिल रही राशि का सही उपयोग करें और अपनी जिन्दगी बदलें। हम हर बहन की प्रतिमाह आय 10 हजार रूपए करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। आजीविका मिशन के अंतर्गत स्व-सहायता समूह की बहनों ने कई कार्य आरंभ किए हैं। बहनें गर्व और सम्मान के साथ अपनी जिन्दगी जिये, यह हमारा मिशन है। मेरे लिए वो दिन चैन और संतोष का होगा जिस दिन एक हजार बेटों पर समान लिंगानुपात में एक हजार बेटियां जन्म लेंगी। प्रदेश में बेटा और बेटी बराबर हों।

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