सिरसा: विधानसभा में हरियाणा कौशल रोज़गार निगम पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा, 1 लाख 6 हज़ार 464 पहले से अनुबंध के आधार पर लगे कर्मचारियों को विभाग की सहमति के बाद HKRN में पोर्ट किया गया है। 95 हज़ार 424 कर्मचारियों ने HKRN में जाने के लिए अपनी सहमति दी। 6 हज़ार 736 लोगों की दोबारा डिमांड आई है जिनमे से 4 हज़ार 380 लोगों ने ज्वाइन किया। ठेकेदारी प्रथा को ख़त्म करने के लिए हरियाणा कौशल रोज़गार निगम की व्यवस्था शुरू की गई। पहले कर्मचारियों को EPF और ESI का लाभ नहीं मिलता था। स्थायी नौकरी की प्रक्रिया अलग है HKRN के माध्यम से अनुबंध के आधार पर भर्ती होती है। अनुभव, आयु, वार्षिक आय और कौशल योग्यता के आधार पर प्राथमिकता दी जाती है। हरियाणा कौशल रोज़गार निगम में पारदर्शी तरीके से भर्ती होती है।