देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सिलक्यारा सुरंग में फंसे चंपावत जिले के टनकपुर निवासी पुष्कर सिंह ऐरी के घर जाकर उनके परिजनों का हौसला बढ़ाया और कहा कि सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पूरी ताकत से काम किया जा रहा है। धामी ने सोशल मीडिया पर मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘टनल (सुरंग) में फंसे श्रमिक बंधु पुष्कर सिंह ऐरी जी के टनकपुर, चंपावत स्थित आवास पहुंचकर उनके परिजनों से भेंट की एवं उनका हौसला बढ़ाया।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान उन्हें श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए केंद्रीय एजेंसियों एवं प्रदेश प्रशासन द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा, हम सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पूरी ताकत के साथ कार्य कर रहे हैं। धामी ने कहा कि सभी मजदूर स्वस्थ हैं और उन्हें जल्द निकाल लिया जाएगा। इस मौके पर लोकसभा सदस्य अजय टम्टा भी मौजूद रहे। सुरंग में फंसे 41 मजदूरों में से ऐरी समेत दो श्रमिक उत्तराखंड के हैं। एक अन्य श्रमिक गब्बर सिंह नेगी उत्तराखंड के पौड़ी जिले के कोटद्वार के रहने वाले हैं। इसके अलावा, 15 श्रमिक झारखंड, आठ उत्तर प्रदेश, पांच-पांच बिहार और ओड़िशा, तीन पश्चिम बंगाल, दो असम और एक श्रमिक हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है।
मुख्यमंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र चंपावत के मैदानी इलाके टनकपुर में 60 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले अंतरराज्यीय बस अड्डे का शिलान्यास करने के लिए गए थे। इस मौके पर धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हर रोज सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों तथा उनके बचाव के लिए चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऑगर मशीन में तकनीकी दिक्कत आई है और अब वहां हाथों से (मैनुअल) ड्रिलिंग शुरू की गयी है ।