नई दिल्ली: सरकार की ओर से शुक्रवार को संसद में पेश वित्त वर्ष 2024-25 के आर्थिक सर्वे में अगले वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 6.3 प्रतिशत से 6.8 प्रतिशत के बीच वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा के सदन पटल पर प्रस्तुत आर्थिक सर्वे 2024-25 में कहा गया है कि प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों पर केंद्र सरकार द्वारा पूंजीगत व्यय वित्त वर्ष 2019-20 से वित्त वर्ष 2023-24 के बीच 38.8 प्रतिशत बढ़ा।
सीतारमण शनिवार को बजट पेश करेंगी। सर्वेक्षण के अनुसार, निर्माण क्षेत्र वित्त वर्ष 2020-21 के मध्य से गति पकड़ रहा है और इस समय महामारी-पूर्व की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत ऊपर है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि यह मजबूत बुनियादी ढांचे के विकास और आवास की मांग से प्रेरित एक प्रभावशाली उपलब्धि है। सर्वेक्षण के अनुसार भारत के सेवा व्यापार अधिशेष ने समग्र व्यापार संतुलन को स्थिरता प्रदान की है। देश का मजबूत सेवा क्षेत्र वैश्विक सेवा निर्यात में भारत को 7वां सबसे बड़ा सेवा निर्यातक बनने की दिशा में प्रेरित किया है, जो इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में भारत के सेवा उद्योग की प्रतिस्पर्धात्मकता को रेखांकित करता है।