ईडी ने फेमा जांच में निरंजन हीरानंदानी से की पूछताछ

समझा जाता है कि 73 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी ने मामले में अपना बयान दर्ज कराते हुए संघीय जांच एजेंसी को कुछ दस्तावेज सौंपे हैं।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में मुंबई स्थित प्रमुख रियल्टी कंपनी हीरानंदानी समूह के प्रवर्तक निरंजन हीरानंदानी से पूछताछ की है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। समझा जाता है कि 73 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी ने मामले में अपना बयान दर्ज कराते हुए संघीय जांच एजेंसी को कुछ दस्तावेज सौंपे हैं।

निरंजन हीरानंदानी और उनके बेटे दर्शन हीरानंदानी के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत चल रही जांच के तहत ईडी ने उन्हें यहां अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था। दर्शन हीरानंदानी पिछले कई सालों से दुबई में रह रहे हैं।

एजेंसी ने पिछले महीने मुंबई और उसके आसपास समूह के लगभग चार परिसरों की तलाशी ली थी। वर्ष 1978 में स्थापित रियल्टी समूह ने मध्य मुंबई के पवई और पड़ोसी ठाणे में कार्यालय और आवासीय परियोजनाएं विकसित की हैं।

बताया जाता है कि कुछ विदेशी लेनदेन के अलावा कथित तौर पर हीरानंदानी समूह के प्रवर्तकों से जुड़े ट्रस्ट के लाभार्थियों की भी जांच की जा रही है। यह ट्रस्ट ब्रिटिश र्विजन द्वीप समूह में स्थित है। रियल्टी समूह ने कहा है कि वह फेमा जांच में ईडी के साथ सहयोग करेगा।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ईडी की यह जांच तृणमूल कांग्रेस पार्टी की नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ की जा रही एक अन्य फेमा जांच से जुड़ी नहीं है। मोइत्रा को हाल में लोकसभा सांसद के रूप में निष्कासित किया गया था।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर उपहार के बदले दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था।

मोइत्रा ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और दावा किया कि उन्हें अडाणी समूह के सौदों पर सवाल उठाने के चलते निशाना बनाया जा रहा है।

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