अगरतला: त्रिपुरा के धलाई जिले में प्रतिबंधित नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) बीएम समूह के पांच उग्रवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। धलाई के पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार राय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कांता मोहन त्रिपुरा (45), नक्षत्र देबबर्मा (32), एमांग देबबर्मा (20), गेटाजॉय त्रिपुरा (23) और मंसुबर त्रिपुरा (25) नामक उग्रवादियों ने शुक्रवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया।
उन्होंने बताया कि पांचों उग्रवादी बांग्लादेश में एनएलएफटी के सिलाचेरी शिविर में प्रशिक्षण ले रहे थे। उनके अनुसार उन्होंने प्रशिक्षण शिविर छोड़ दिया और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया। राय ने बताया, हमें सूचना मिली कि चटगांव हिल ट्रैक्ट्स (सीएचटी) के सिलाचेरी में एनएलएफटी के उग्रवादियों के एक समूह ने विकट परिस्थितियों के कारण प्रशिक्षण शिविर छोड़ दिया है और वे लोग आत्मसमर्पण करना चाह रहे हैं। तब, खुफिया एजेंसियों ने स्वतंत्रता दिवस समारोह से ठीक पहले उत्तरी जिले के कंचनपुर में उनसे संपर्क किया। परंतु खराब मोबाईल नेटवर्क के कारण हम उसका पता नहीं लगा सके।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, आखिरकार, उन्होंने चावमानू इलाके में भारत-बांग्लादेश सीमा पार करने के बाद हमसे संपर्क किया और शुक्रवार को चावमानू थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। उन सभी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। राय ने कहा, हम संगठन में उग्रवादियों की संख्या का पता लगाने के लिये आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों से गहन पूछताछ नहीं कर सके, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि 15 से 20 उग्रवादी बांग्लादेश के सिलाचेरी में छिपे हैं।