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दीपावली पर फूलों का बाजार में रौनक, मंडी में उमड़े खरीदार, 10 करोड़ो बिक्री होने की उम्मीद

पटना। रोशनी के त्योहार दीपावली को लेकर राजधानी पटना में फूलों के बाजार में रौनक आ गयी है। दीपावली में घर को साफ करके सजाने की परंपरा है। सजावट की इस प्रक्रिया में फूलों की अहम भूमिका होती है। दीपावली खुशी, समृद्धि और साफ-सफाई का त्योहार है जब बात सजावट की हो तो फूलों से सुन्दर कुछ नहीं होता। दीपावली में मां लक्ष्मी के पूजन में विशेष तौर पर गेंदे के फूल और कमल के फूल का बड़ा महत्व है। दीपावली को लेकर फूलों का बाजार सजकर तैयार है। दीपावली की रौनक ने पूरे माहौल को रौशन कर दिया है। दीवाली पूजन के लिए सभी घरों और दुकानों में तैयारी चल रही है।लोग पारम्परिक पूजा के लिए फूलों का इस्तेमाल कर रहे है।

दीपावली को लेकर राजधानी पटना के फूलों का बाजार महक रहा है। शहर के स्टेशन रोड, आर ब्लॉक और बोरिंग रोड समेत तमाम इलाकों में फूल बाजार में लोगों की काफी भीड़ देखने को मिल रही। घरों की सजावट और पूजा के लिए गेंदे के फूलों की ओर लोगों की ज्यादा ख़रीददारी देखी जा रही है। उसके साथ-साथ कमल, गुलाब, पीले फूल और कई अलग-अलग फूलों की भी मांग बाजारों में देखने को मिल रही है।

फूल बाजारों में लक्ष्मी पूजा के लिए तरह-तरह के फूलों की बहार है। बाजार में फूलों की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गयी है, जिससे फूल विक्रेताओं के चेहरे पर भी खुशी है। उनका कहना है कि हर साल दीवाली के समय पर फूलों की मांग बढ़ जाती है। इस साल भी लोग अच्छी-खासी संख्या में फूलों की खरीददारी के लिए आ रहे हैं। दीपावली में फूलों की माला, गेंदे के फूल लक्ष्मी पूजन के लिए लोगों की पहली पसंद है, जिसे लोग ज्यादा मात्र में खरीद रहे है।गेंदा फूलों की माला बीस से तीस रुपये की दर से बिक रही है। लाल गुलाब दस रुपये पीस की दर से बिक रहा है। लोग सजावट के लिए गेंदा फूल के माला की अधिक से अधिक खरीदारी कर रहे हैं।

दुकानदारों ने बताया कि धनतेरस से हीं फूलों की मांग बढ़ जाती है। हर वर्ग के लोग फूल खरीद कर जाते हैं। ऐसे में हमारे पास हर तरह का गेंदा मौजूद है। मांग बढ़ने के कारण उन्होंने कई ¨क्वटल फूल मंगवाए हैं। सजावट के लिए गुलदाउदी, रजनीगंधा फूल भी लोगों में पसंद किए जा रहे हैं। कृत्रिम फूलों से भी बाजार भरा पड़ा है और लोग इन फूलों की भी खरीददारी कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि वास्तविक फूल जल्द मुरझा जाते हैं और महंगे भी हैं। ऐसे में लोग कृत्रिम फूलों पर ही भरोसा करते हैं।

फूल विक्रेताओं का कहना है की इस बार लोग नेचुरल फूलों की तरफ बढ़ रहे है जिससे फूलों की बिक्री भी ज्यादा हो रही है। दीवाली के मौके पर फूलों की मांग हमेशा बढ़ती है, खासकर लक्षमी पूजन के लिए फूलों की काफी मांग होती है। लक्ष्मी-गणोश की पूजा अर्चना के लिए फूलों के रेट बढ़ जरूर गए हैं, लेकिन मांग कई गुना बढ़ गई है। लोग मंदिरों को सजाने के लिए फूल मालाओं का प्रयोग करते हैं। गेंदे एवं गुलाब के साथ पूजा के लिए कमल के फूल की काफी मांग है।

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