50 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची की हुई मौत…घंटों चला रेस्क्यू ऑपरेशन भी नहीं बचा सका नन्ही जान

फायर ऑफिसर एचसी गढ़वी ने आज बताया, कि "बच्ची को सुबह 5:10 बजे बोरवेल से बाहर निकाला गया और अमरेली सिविल अस्पताल ले जाया गया

अमरेली : गुजरात के अमरेली के सुरगापारा गांव में 45-50 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची को शनिवार सुबह 15 घंटे चले ऑपरेशन के बाद बाहर निकाला गया, जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। फायर ऑफिसर एचसी गढ़वी ने आज बताया, कि “बच्ची को सुबह 5:10 बजे बोरवेल से बाहर निकाला गया और अमरेली सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।” राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), अमरेली फायर टीम और 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारी बच्ची को बचाने के लिए संयुक्त रूप से अभियान में लगे हुए थे।

शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे शुरू हुआ अभियान आज सुबह तक जारी रहा और 15 घंटे से अधिक समय के बाद बच्ची को बाहर निकाला गया। उसे तुरंत अमरेली सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय राज्य मंत्री प्रफुल पनशेरिया ने राज्य के लोगों से खुले बोरवेल के बारे में सरकार को सूचित करने का अनुरोध किया।

पनशेरिया ने कहा, कि “मैं गुजरात के सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि अगर आप बोरवेल बंद नहीं कर सकते हैं, तो कृपया हमें सूचित करें। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो कृपया हमें एक संदेश दें या हमें एक पत्र भेजें… मैं मानवता के लिए काम करूंगा।,” “चार महीने पहले द्वारका में भी ऐसी ही घटना हुई थी। उस समय मैंने शिक्षकों से अपील की थी और हमने करीब 35-40 बोरवेल बंद करवाए थे। मुख्यमंत्री ने भी खुले बोरवेल के संबंध में एक पत्र जारी किया है।”

गौरतलब है कि राजस्थान के अलवर जिले में भी ऐसी ही घटना हुई थी, जहां लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के कनवाड़ा गांव में एक पांच वर्षीय बच्चा 40 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया था। इससे पहले 14 अप्रैल को मध्य प्रदेश के रीवा जिले के जनेह थाना क्षेत्र के मनिका गांव में एक 6 वर्षीय बच्चा खेत में खुले बोरवेल में गिर गया था। 45 घंटे के लंबे बचाव अभियान के बाद लड़के को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन बचाव दल उसकी जान नहीं बचा सका।

- विज्ञापन -

Latest News