गुरुग्राम (कुलवीर दीवान): आंखों में जलन सीने में चुभन ये तूफान सा क्यों है। गुरुग्राम का हर शख्श परेशान सा क्यों है। जी हा ये गीत गुरुग्राम में रहने वालों पर पूरी तरह सटीक बैठ रहा है। इसका कारण है गुरुग्राम शहर की लगातार खराब होती जा रही आबोहवा। प्रदूषण का लेबल लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसका असर शहर में रहने वाले लोगों की आंखों पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है। इसके अलावा बच्चों एवं बुजुर्गों को सांस की परेशानी होने लगी है। पिछले 15 दिनों की बात करे तो हॉस्पिटलों में आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी के मामले बड़े है। हालांकि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारणों की जानकारी किसी को नहीं है लेकिन जिस तरह से शहर में हर रोज प्रदूषण एक दम से बढ़ा रहा है उससे माना जा रहा है कि होली के दिनों में प्रदूषण का स्तर सामान्य से ज्यादा रहेगा।
साइबर सिटी में लगातार बढ़ता प्रदूषण दमा मरीजों के लिए काफी नुकसानदायक है। आई सर्जन डॉक्टर हितेंद्र आहूजा की माने तो प्रदूषण की वजह से आंखों में जलन की शिकायतें बड़ी है। ओपीडी में रोजाना 10 से 15 मरीज आंखों में जलन और आंखों में लाली होने की शिकायत ले कर पहुंच रहें हैं। जैसे-जैसे होली का त्यौहार नज़दीक आ रहा है प्रदूषण का स्तर और बढेगा। साइबर सिटी में लगता बढ़ रहा प्रदूषण चिता का विषय है कि लाख कोशिशों के बाद भी प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। वायु प्रदूषण का स्तर नहीं बढ़े, इसके लिए सभी को मिल कर काम करना होगा और होली पर रंगों का कम से कम इस्तेमाल करना होगा, जिससे प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।