रेवाड़ी : Haryana के रेवाड़ी में समय पर नहर का पानी ना आने से पेयजल समस्या का संकट गहरा गया है। शहर में एक दिन छोड़कर एक दिन पानी दिया जा रहा था। अब कालका स्थित के 5 टैंक में सिर्फ पांच प्रतिशत ही पानी बचा है। लोगों को दो-दो दिन तक ही पानी की सप्लाई नहीं मिल रही है। रेवाड़ी शहर में पेयजल को लेकर एक बड़ी समस्या बन गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खुबडू हेड से 20 दिसंबर को जेएलएन नहर में पानी छोड़ने की बात कही गई थी, लेकिन कालका गांव में बने पांच वाटर टैंकों में यह पानी 22 दिसंबर को पहुंचेगा। ऐसे में अभी कम से कम 8 दिन और शहर के लोगों को पीने के पानी का संकट झेलना पड़ेगा। शहर में साल की शुरुआत से ही पीने के पानी का संकट चला आ रहा है। जब तक नहर में पानी चलता है, तब तक सप्लाई सामान्य रहती है। नहर में पानी चलना बंद होते ही अल्टरनेट डे सप्लाई शुरू हो जाती है। लेकिन अब कुछ कॉलोनी में पानी दो दिन छोड़ कर दिया जा रहा है।
पहले नहर का पानी 10 दिसंबर को छोड़ जाना था : विनय चौहान
अधिकारियों ने पानी की समस्या को लेकर उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है। नहर में पानी चलना 23 नवंबर को बंद हो गया था, जिसे लेकर पानी की टाइमिंग में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है, जिससे अल्टरनेट डे से भी लोगों की पानी की सप्लाई पूरी नहीं हो रही। पहले पानी का 16 दिन का क्लोजर था, अब 26 दिन का हो जाएगा जिससे लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सभी वाटर टैंक सूखे पड़े हैं। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में एक्सईएन विनय चौहान ने बताया कि पहले नहर का पानी 10 दिसंबर को छोड़ जाना था। लेकिन 10 दिसंबर को बताया कि 12 को आ जाएगा। उसके बाद 12 को पत्र जारी कर दिया गया कि अब 20 दिसंबर को खुबडू हेड से पानी छोड़ा जाएगा। लेकिन हमें 22 तारीख को पानी मिलेगा। यानी दो दिन में वह जलघर के टैंकों में पहुंचेगा। आम जनता से अपील की कोई भी पानी व्यर्थ नहीं करें।