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हरियाणा की हिंसा कांग्रेस पार्टी के ऊपर और बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा रही है: त्रिवेदी

नई दिल्ली: भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने हरियाणा में हुई हिंसा के लिए कांग्रेस नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराते हुए यह आरोप लगाया है कि हरियाणा की यह हिंसा कांग्रेस पार्टी के ऊपर और बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा रही है। भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में हरियाणा हिंसा को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि हरियाणा में कांग्रेस के विधायक उकसावे का बयान सदन के पटल पर दे रहे हैं। उनका बयान और फेसबुक पोस्ट हिंसा को उकसाने वाला है।

त्रिवेदी ने कांग्रेस नेतृत्व पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि 2019 में कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्षा ने यह बोला था कि सड़क पर निकलो और आर-पार की लड़ाई लड़ो और ऐसा लगता है कि हरियाणा के कांग्रेस विधायक, अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के उस निर्देश को, जो उन्होंने उस समय दिया था, उसी को आगे बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं।

त्रिवेदी ने कांग्रेस पर राजनीतिक हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि हरियाणा में हुई हिंसा के मामले में पहला सवाल कांग्रेस पार्टी से बनता है। कांग्रेस के विधायक का बयान, वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट से उठता है। जबकि किसी भी राजनीतिक दल के व्यक्ति को बगैर किसी संदर्भ के इस तरह का उकसावे वाला बयान देने से बचना चाहिए था।

त्रिवेदी ने राजस्थान के भ्रष्टाचार और हरियाणा की हिंसा का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार और हिंसा कांग्रेस और उनके गठबंधन का सहज और स्वाभाविक चरित्र नजर आ रहा है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इसका जवाब देने की भी मांग की। भाजपा प्रवक्ता ने हरियाणा की हिंसा को बड़ी साजिश बताते हुए कहा कि जांच से सच सामने आ जायेगा।

भाजपा प्रवक्ता ने साइबर थाने पर हमले का जिक्र करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से समाज में कटुता उत्पन्न करने के जो प्रयास हो रहे थे उसके लिए हरियाणा सरकार का साइबर सेल बहुत एक्टिव था। पिछले कुछ दिनों में 65 से 70 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। ऐसे में यह संदेह उत्पन्न होता है कि साइबर थाने पर हमला क्यों किया गया क्योंकि सामान्य तौर पर उसका पुलिस की रोजाना की गतिविधि से कोई मतलब नहीं होता है, न ही साइबर थाने से लाठी डंडा चलता है। एक सवाल का जवाब देते हुए त्रिवेदी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने सतर्कता, संवेदनशीलता और सक्रियता के साथ काम किया और केंद्र सरकार ने भी तत्काल त्वरित प्रभाव से समुचित सुरक्षा बल मुहैया कराकर स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया।

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