Faridabad के सूरजकुंड में चल रहे 36वे अंतरराष्ट्रीय मेले में North East के 8 राज्य थीम स्टेट के रूप में हुए शामिल

फरीदाबाद के सूरजकुंड में चल रहे 36वे अंतरराष्ट्रीय मेले में इस बार नॉर्थ ईस्ट के 8 राज्य थीम स्टेट के रूप में शामिल हुए हैं जहां पर आठों राज्य के हस्तशिल्प कलाओं का स्टॉल लगाया गया है। लेकिन 8 राज्यों की जहां पर स्टाल लगी है वहां पर एक भी शौचालय नहीं है जिन्हें शौचालय.

फरीदाबाद के सूरजकुंड में चल रहे 36वे अंतरराष्ट्रीय मेले में इस बार नॉर्थ ईस्ट के 8 राज्य थीम स्टेट के रूप में शामिल हुए हैं जहां पर आठों राज्य के हस्तशिल्प कलाओं का स्टॉल लगाया गया है। लेकिन 8 राज्यों की जहां पर स्टाल लगी है वहां पर एक भी शौचालय नहीं है जिन्हें शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए लगभग 600 मीटर दूर जाना पड़ता है।बता दें कि उन्ही स्टालों में एक स्टाल लगाने वाले हस्तशिल्प कलाकार हैं राजू तुमंग हैं जिनकी स्टॉल के पास एक हरियाणा टूरिज्म विभाग द्वारा लगाया गया शौचालय तो है लेकिन वह चारों तरफ से बंद है । जिसे देखकर लोग शौचालय की ओर चले आते हैं लेकिन जब वहां पहुंचते हैं तो  शौचालय को देखकर उन्हें निराशा हाथ लगती है । ऐसा नहीं कि मेले में शौचालय नहीं हैं शौचालय तो  हैं लेकिन उनके लिये कोई साइन मार्क न होने के चलते मेले में आये पर्यटकों को इधर – उधर भटकना पड़ता है और सबसे ज्यादा परेशानी तो मेले में आये दिव्यांगजनो को झेलनी पड़ती है।

गौर से देखिए हरियाणा टूरिज्म विभाग का यह वही शौचालय है जिसे दूर से देख कर मेले में आये लोग इसकी और चले आते है ताकि वह इसका इस्तेमाल कर सके लेकिन जब वह इसके पास आते है तो इन्हें इसका दरवाजा खोजने के लिए इसकी पूरी परिक्रमा देनी पड़ती है। लेकिन इसके दरवाजे को तो वैल्डिंग करके पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और अंत मे दरवाजा ना पाकर उन्हें निराशा हाँथ लगती है । फिर उन्हें दूसरा शौचालय खोजने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है क्योंकि मेला परिसर में शौचालयों के लिए कहीं भी कोई साइन मार्क नही बनाये गए हैं।वहीं जहाँ पर ये शौचालय है वहीं पर थीम स्टेट नार्थ ईस्ट की स्टालें लगी हुई है जिनमे एक स्टाल संचालक तो दिव्यांग है उन्हें इसके बन्द होने के चलते न केवल भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है बल्कि जबतक वह दूसरे के सहारे 600 मीटर दूर जाकर वापस आते है तबतक उनकी दुकानदारी का काफी नुकसान हो जाता है। ऐसे ही दो लोगों से हमने बात की जो शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए उसका पूरा चक्कर लगा रहे थे उन्होंने बताया कि उन्हें इसके बन्द होने के चलते काफी परेशानी हुई है हरियाणा टूरिज्म विभाग को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए और अन्य शौचालयों के लिए साइन मार्क तो जरूर होने चाहिए।

- विज्ञापन -

Latest News