आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष Anurag Dhanda ने कुरुक्षेत्र में की अहम प्रेसवार्ता

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने प्रेस वार्ता में कहा कि कुरुक्षेत्र की भूमि पर धर्म युद्ध चल रहा है।

कुरुक्षेत्र: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने प्रेस वार्ता में कहा कि कुरुक्षेत्र की भूमि पर धर्म युद्ध चल रहा है। पहले दिन से ही तय है कि धर्म की जीत होगी और अधर्म की हार होगी। ऐसा ही महाभारत के युद्ध में हुआ था, पांडवों की जीत तय थी, कौरवों ने पांडवों को हराने के लिए हर तिकड़म चलाई थी। लेकिन जीत आखिर पांच पांडवों की हुई थी। ऐसे ही डॉ. सुशील गुप्ता के झाड़ू के निशान पर वोट डालकर लोग उन्हें विजयी बनाएंगे।

उन्होंने कहा कि जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, बीजेपी साम, दाम, दंड और भेद की नीति के साथ आगे बढ़ रही है। हर बड़ा नेता चुनाव के मैदान में उतारा जा रहा है। नवीन जिंदल भी किसी भी कीमत पर ये चुनाव जीतना चाहते हैं, लेकिन कुरुक्षेत्र लोकसभा की जनता उन्हें जीताना नहीं चाहती। कैथल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैली फ्लॉप शो साबित हुई। उनकी रैली की सभी कुर्सियां खाली रहीं।

उन्होंने कहा कि नवीन जिंदल एक मजबूरी में चुनाव लड़ रहे हैं। सीबीआई और ईडी के डर से वे चुनाव लड़ने के लिए आएं हैं। नवीन जिंदल की कंपनियों के ऊपर 46 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्जा है। वे प्रधानमंत्री के दोस्त बनकर ये कर्ज माफ करवाना चाहते हैं। वहीं अभय चौटाला भी अपनी हार को देखकर कुरूक्षेत्र का मैदान छोड़कर भाग गए हैं। वे चुनावी मैदान से नदारद हैं और लोगों ने कहना शुरू कर दिया है कि वे वोट काटने के लिए आए हैं। इसलिए लोग इनको वोट देने के लिए मना कर रहे हैं। चुनाव में हार को सामने देखकर वे कुरूक्षेत्र से भाग खड़े हुए हैं।

उन्होंने कहा कि अब मुकाबला इंडिया गठबंधन और बीजेपी के बीच है। इस आर पार की लड़ाई में बड़े मार्जिन के साथ इंडिया गठबंधन जीतने जा रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी को कुरूक्षेत्र में नवीन जिंदल के प्रचार के लिए आना चाहिए। जिसे वे 2014 में कोयला चोर कह रहे थे, अब किस मुंह से उसे कोहिनूर कहेंगे? इस बात से प्रधानमंत्री मोदी भी झिझकते हैं। इसलिए वे कुरूक्षेत्र में वोट मांगने नहीं आए।

उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र लोकसभा के लोग भी बोल रहे हैं, जब मोदी कुरूक्षेत्र में वोट मांगने आए ही नहीं तो हम उनके नाम पर वोट देंगे भी नहीं। वहीं बीजेपी के कार्यकर्ता भी नवीन जिंदल के खिलाफ काम कर रहे हैं, यही कार्यकर्ता 2014 में गली गली में कोयला लेकर घूमते थे। अब किस मुंह से ये नवीन जिंदल के लिए वोट मांगेंगे? इसलिए उन्होंने नवीन जिंदल के लिए प्रचार करना बंद कर दिया है और सभी कार्यकताओं ने चुनाव से दूरी बना ली है।

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