देर रात यमुनानगर की मानकपुर इंडस्ट्री में एक प्लाईवुड फैक्ट्री के सामने किसानों ने कृषि योग्य खाद की पिकअप पकड़ी। किसानों ने तुरंत डायल 112 को इसकी जानकारी दी. इसके बाद कुछ ही देर में डायल 112 के कर्मचारी मौके पर पहुंचे।
संबंधित थाना सदर जगाधरी की SHO कुसुम लता भी कुछ देर बाद मौके पर पहुंची। किसानों को उम्मीद थी कि इस बार खाद माफिया पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ । रात में कृषि अधिकारी तो मौके पर नहीं पहुंचे लेकिन सुबह किसानों को जगाधरी सदर थाने में बुलाया गया।
जैसे ही किसान वहां पहुंचे तो खाद से भरी पिकअप को ड्राइवर वापस अपने घर ले जा रहा था। इसे देख किसान आग बबूला हो गए। कृषि योग्य खाद छोड़ने को लेकर कृषि अधिकारी ने जो दलील दी वह तो हम आपको बाद में बताएंगे। लेकिन इससे पहले कृषि अधिकारियों की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गई।
शिकायतकर्ता किसान नावेद ने बताया कि हमने कृषि योग्य यूरिया की पिकअप करीब 7:30 बजे पक कर पुलिस के हवाले कर दी थी, लेकिन कृषि अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से खाद माफियाओ पर कार्रवाई नहीं की गई। वंही कृषि अधिकारियों ने साढे आठ बजे खाद से भारी गाड़ी के बिल दिखाकर गाड़ी को छुड़वा दिया।