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अंबाला के एक निजी रेस्तरां में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित, Haryana के पूर्व गृह मंत्री Anil Vij भी रहे मौजूद

अंबाला: तापमान फिर से बढ़ने के कारण फिर से भीषण गर्मी पड़ने के कारण लोगो ने फिर से गर्मी से बचाव शुरू कर दिए है। इंसानो के साथ साथ लोग पक्षियों के लिए भी पीने के पानी के लिए मिट्टी के कसौरे दे रहे है इसी तरह से अंबाला के एक निजी रेस्तरा में एक ब्लड डोनेशन कैम्प लगाया गया जिसमे जो भी रक्तदाता है। उसको पक्षियों को पानी पिलाने के लिए एक मिट्टी का कसौरा भी दिया जा रहा है।

इस ब्लड डोनेशन कैम्प में हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज भी मौजूद रहे। विज ने कहा कि लोग वैसे भी दान करते है तो ब्लड दान भी एक महा दान होता है। अंबाला के एक निजी रेस्टोरेंट में आज एक ब्लड डोनेशन कैम्प लगाया गया जिसमे हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ख़ास तौर से मौजूद रहे। इस कैम्प में जहाँ 100 यूनिट ब्लड का लक्ष्य रखा वही गर्मी को देखते हुए पक्षियों के लिए मिट्टी के बर्तन भी सभी डोनर को दिए गए।

रेस्टोरेंट के मालिक राहुल जैन ने बताया कि आज हमारी माता जी की दूसरी पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमे भारत विकास परिषद के सहयोग से इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने लोगो से भी ये अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा इस रक्तदान करें। उन्होंने कहा कि लोगो में कुछ गलत भ्रातिया है कि वे कमजोर हो जायेंगे लेकिन कुदरत ने एस सिस्टम बनाया हुआ है कि कुछ ही घंटो में रक्त फिर से बन जयेगा।

उन्होंने कहा कि इसके साथ साथ गर्मी के बढ़ते हुए तापमान को देखते हुए हमने मिट्टी के बर्तन भी पक्षियों के लिए दे रहे है और लोगो से ये अपील कर रहे है कि जिससे जहाँ बन सके इसमें पानी डालकर वहां रख दे। इसमें एक जल पानी जरूर डाले क्योंकि आपके लिए वो केवल एक जल पानी है लेकिन पक्षियों के लिए वो अमृत से कम नहीं है। ये रेस्टोरेंट वही पर है जहाँ पर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल का टी-पॉइंट है। इसलिए अनिल विज भी वहां पर खास तौर से मौजूद रहे और लोगो को रक्तदान के लिए प्रेरित किया।

विज ने कहा कि ये जैन परिवार ने एक अच्छी शुरुआत की है। जिसमे पुण्यतिथि को मनाने के लिए रक्तदान शिविर लगाया गया। विज ने कहा कि वैसे भी लोग दान करते लेकिन रक्तदान एक महादान है क्योंकि साइंस ने चाहे जितनी भी तरक्की की हो लेकिन रक्त की एक बूँद भी कोई नहीं बना सका जबकि रक्त की जरूरत पडती है। जबकि कोई भी सिंथेटिक रक्त नहीं आता इसलिए इसे महादान कहते है। विज ने कहा कि जितने भी जीव धरती पर है उनकी जरूरत पडती है इसलिए लोग कसौरे भी दान करते है।

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