Cold wave in Haryana : हरियाणा में धुंध जारी है, इससे ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। सुबह धुंध के कारण कई शहरों में दृश्यता 30 मीटर रह गई। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने रविवार के लिए सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, जींद में घनी धुंध का यलो अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे में ही रात का पारा 2.5 डिग्री तक कम हो गया। हिसार में यह सबसे कम 11.5 डिग्री रहा, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम है। हालांकि, रोहतक में रात का पारा सबसे अधिक 15.7 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार नवंबर में पहली बार है, जब रात का पारा सामान्य की श्रेणी में आया है।
धुंध के कारण डबवाली में तीन जगह 6 वाहन भिड़ गए । इसमें 6 लोग चोटिल हुए हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अमूमन हरियाणा में घनी धुंध की दस्तक दिसंबर के मध्य में होती है। इस बार यह एक माह पहले दस्तक दे चुकी है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 12 नवंबर से 16 नवंबर तक स्मॉग की स्थिति बनी है। इस का मुख्य कारण लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवाओं में बदलाव उत्तर और उत्तर पश्चिमी हवाएं से पुरवाई होने के कारण वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ने से धूल तथा अन्य प्रदूषक तत्व निचले वातावरण में संघनित हो गए, जिससे स्मॉग बना और जिससे दिन व रात्रि तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हरियाणा के आठ शहरों में प्रदूषण को लेकर हालात सुधर नहीं रहे हैं। जींद में तो हालात बेहद खराब हैं, 24 घंटे में यहां का एक्यूआई 394(चौरानबे) तक पहुंच गया। इसके अलावा बहादुरगढ़ का एक्यूआई 388, पानीपत का 350, रोहतक 339, सोनीपत 325, भिवानी 325, गुरुग्राम 320, कैथल 318 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया।
हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 21 नवंबर तक शुष्क रहने की संभावना है। राज्य में कल 17 नवंबर से फिर से उत्तरी और उत्तरी पश्चिमी हवाएं हल्की गति से चलने की संभावना से स्मॉग की स्थिति में कमी आने तथा रात्रि तापमान में गिरावट आने की संभावना है। परंतु 22 नवंबर रात्रि से एक और पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से मौसम में बदलाव की संभावना बनी हुई है। प्रदेश में प्रदूषण के चलते पहली से 5वीं कक्षा तक स्कूलों को बंद करने को लेकर सभी डीसी निर्णय ले सकते हैं। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी डीसी को पत्र जारी किया है। इसमें कहा है कि सभी डीसी विद्यार्थियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए अपने जिलों में 5वीं कक्षा तक अवकाश करने का निर्णय ले सकते हैं।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के सदस्य डॉ . सुजीत कुमार बाजपेयी की अध्यक्षता में शनिवार को अहम बैठक हुई। इसमें ग्रैप 1, 2, 3 की समीक्षा की गई। आयोग ने कहा कि एप और एक्स पर आने वाली शिकायतों को संबंधित विभाग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। राज्य सप्ताह के अंदर इनका समाधान कर CAQM को टैग करें। प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र के बिना वाहनों का तत्काल चालान करें। एनसीआर में प्रतिबंधित वाहन जब्त किए जाएं।